विचाराधीन बंदी की मौत, जेल में पिटाई करने का आरोप
एक सप्ताह पहले एनडीपीएस एक्ट में भेजा गया था जिला जेल मृतक बंदी हर्रैया के वार्ड नंबर चार हनुमानगढ़ी का निवासी था

जागरण संवाददाता, बस्ती : जिला जेल में विचाराधीन बंदी विजय सोनकर की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। आरोप है जेल में पिटाई से उसकी मौत हुई है। मृतक 38 वर्षीय विजय सोनकर पुत्र रामफेर जिले के ही हरैया थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर चार हनुमानगढ़ी का निवासी था। एक सप्ताह पहले पुलिस ने उसे एनडीपीएस व आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
जेल प्रशासन के मुताबिक रात में 8.45 बजे उसकी तबीयत खराब हुई तो जेल अस्पताल में दवा इलाज किया गया। आधी रात को उसे आराम भी मिल गया था लेकिन रविवार सुबह साढ़े पांच बजे अचानक उसकी तबीयत फिर से खराब हो गई। आनन फानन उसे त्वरित इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया,जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिवारीजनों ने तमाम आरोप लगाए हैं। आरोप है वह स्वस्थ था किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं थी। बंदी रक्षकों ने कैदियों के साथ मिलकर उसकी खूब पिटाई की और उसे तड़पता छोड़ दिया। पूरी रात दर्द से कराहता रहा। सुबह उसे जिला अस्पताल ले जाया गया तो चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
कारागार अधीक्षक डीके पाण्डेय ने बताया कि विचाराधीन बंदी विजय सोनकर को पुलिस ने 30 मई 2022 नारकोटिक ड्रग्स व शस्त्र अधिनियम के मुकदमे और कोर्ट के आदेश पर जेल में पहुंचाया था। परिजनों के आरोप निराधार है। तबीयत खराब होने पर त्वरित उसका इलाज कराया गया था। मौत के संबंध में मानवाधिकार आयोग, जेल मुख्यालय, उच्चाधिकारियों व जिलाधिकारी के साथ ही मृतक के परिजनों को भी इसकी जानकारी तत्काल दे दी गई। रविवार को ही सीएमओ द्वारा गठित चिकित्सकों के पैनल के द्वारा पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।