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    मरीजों की सौदेबाजी: गोरखपुर में दलालों के संपर्क में थे आटो गिरोह, रोगियों को पहुंचाते थे निजी अस्पताल

    By Jitendra Pandey Edited By: Jagran News Network
    Updated: Fri, 23 Feb 2024 03:38 PM (IST)

    एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि बीआरडी से रोगियों को ले जाने के मामले की जांच चल रही है। मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार चल रहे आरोपितों की तलाश जारी है। पूछताछ में आटो गिरोह और जिन अस्पतालों में रोगियों को पहुंचाया जा रहा था उन अस्पतालों के नाम सामने हैं। जांच कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

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    दलाल रोगियों को बीआरडी से बाहर लाने के लिए उन्हें जिले के प्रतिष्ठित अस्पतालों का नाम बताते हैं।

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कालेज में बाहरी एंबुलेंस के बंद होने के बाद दलाल रोगियों की सौदेबाजी कर आटो से निजी अस्पतालों में भेज रहे थे। दलालों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ऐसे दो दर्जन आटो गिरोह की तलाश में जुटी है।

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    ये मेडिकल कालेज के आसपास स्थित दस निजी अस्पतालों में रोगियों को पहुंचाते थे। इसे अलावा दलालों का साथ देने वाले बीआरडी के पूछताछ केंद्र के कर्मचारियों समेत अन्य के बारे में पुलिस बीआरडी प्रशासन से जानकारी मांगी है। इसके बाद पुलिस इन पर शिकंजा कसेगी।

    जेल गए तीन दलालों का इन आटो गिरोह से सांठगांठ था। इनके अलावा कुछ और भी ऐसे लोग हैं, जो मेडिकल कालेज से रोगियों को बरगला कर आसपास के निजी अस्पताल में लेकर जाते है। ये रोगियों को पहुंचाने के बदले अस्पताल के संचालकों से नकद में रुपये लेते हैं। पुलिस की सूची में ऐसे आधा दर्जन लोगों का नाम सामने आया है।

    पुलिस के अनुसार दलाल रोगियों को बीआरडी से बाहर लाने के लिए उन्हें जिले के प्रतिष्ठित अस्पतालों का नाम बताते थे। जब रोगी के तिमारदार तैयार हो जाते थे तो बाहर लाने के बाद दलाल प्रतिष्ठित अस्पतालों में महंगा उपचार बताकर सस्त और बेहतर का आप्सन देकर सेटिंग वाले अस्पताल लेकर चले जाते थे।

    इसके अलावा बाहरी एंबुलेंस के प्रवेश पर सख्ती होने के बाद दलाल आटो से रोगियों को इसलिए भेजते थे कि किसी को आटो पर शंका नहीं होगा और वह अपने मंसूबे में कामयाब हो जाएंगे।

    दो सितंबर को जागरण ने उठाया था मुद्दा

    रोगियों की सौदेबाजी को लेकर दैनिक जागरण ने दो सितंबर 2023 को अपने समाचारीय अभियान में दलालों के इस गिरोह का मुद्दा उठाया था। एंबुलेंस माफिया ने बदला तरीका, आटो से ढो रहे रोगी शीर्षक से खबर प्रकाशित कर बताया था कि बाहरी एंबुलेंस के बदल होने के बाद एंबुलेंस माफिया और दलालों ने रोगियों को निजी अस्पताल पहुंचाने का तरीका बदल दिया है। वह आटो से रोगी को दूसरे अस्पताल भेज रहे हैं। 26 अगस्त 2023 को ट्रामा सेंटर के बाहर तैनात गार्ड ने रोगी को आटो से ले जाते हुए पकड़ा भी था।

    एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि बीआरडी से रोगियों को ले जाने के मामले की जांच चल रही है। मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार चल रहे आरोपितों की तलाश जारी है। पूछताछ में आटो गिरोह और जिन अस्पतालों में रोगियों को पहुंचाया जा रहा था उन अस्पतालों के नाम सामने हैं। जांच कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।