ADG Gorakhpur Zone: मुथा अशोक जैन बने गोरखपुर जोन के एडीजी, रह चुके हैं डीआइजी रेंज
पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के एडीजी रहे मुथा अशोक जैन को एडीजी गोरखपुर जोन बनाया गया है। वह पहले भी गोरखपुर में डीआइजी रह चुके हैं। 1995 बैच के आइपीएस अधिकारी जैन ने वाराणसी से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कई जिलों में एसएसपी और एसपी के रूप में भी काम किया है। एनसीबी में आर्यन खान ड्रग केस में उनकी अहम भूमिका थी।

जागरण संवाददाता, गाेरखपुर। पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के एडीजी रहे मुथा अशोक जैन को एडीजी गोरखपुर जोन बनाया गया है। गोरखपुर में बतौर डीआइजी रेंज 31 मार्च 2012 से 10 फरवरी 2013 तक वह अपनी सेवाएं दे चुके हैं और क्षेत्र की भौगोलिक व आपराधिक स्थिति से भलीभांति परिचित हैं। यहां तैनात रहे एडीजी जोन डा. केएस प्रताप कुमार को डीजी, पुलिस आवास निगम बनाया गया है।
गुंटूर (आंध्र प्रदेश) के रहने वाले मुथा अशोक जैन 1995 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं।उनकी पहली तैनाती वाराणसी में एसपी सिटी के रूप में हुई, जहां उन्होंने अपराध नियंत्रण में सशक्त छवि बनाई। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद, कानपुर, इटावा, जौनपुर, फर्रुखाबाद और ललितपुर जैसे जिलों में एसएसपी और एसपी के रूप में कार्य किया।
उन्होंने गोरखपुर, फैजाबाद और सहारनपुर रेंज में डीआइजी के तौर पर सेवाएं दीं। एक जनवरी 2022 को उन्हें एडीजी पद पर पदोन्नत किया गया। 11 मार्च 2024 को वह एडीजी/पीएसआर और पीबी (लखनऊ) बने।केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) में डिप्टी डायरेक्टर जनरल के रूप में भी सेवाएं दीं।
इस दौरान उन्होंने आर्यन खान ड्रग केस और सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े नशीले पदार्थों की जांच जैसे हाई प्रोफाइल मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद वह वाराणसी के पुलिस आयुक्त बनाए गए थे।
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