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    प्रकट भए नंदलाल, मंदिरों व घरों में भजन-कीर्तन से भक्तिमय हुआ माहौल

    By Rahul SrivastavaEdited By:
    Updated: Tue, 31 Aug 2021 04:10 PM (IST)

    भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ आस्था व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। मंदिरों व घरों में भजन-कीर्तन से माहौल भक्ति से ओतप्रोत था। झांकियां सजाई गई थीं। रात 12 बजे भगवान का जन्म कराया गया। आनंद में पूरा शहर डूब गया।

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    कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर गीता वाटिका में आरती करते पुजारी। जागरण

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता : भाद्रपद कृष्ण अष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ आस्था व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। मंदिरों व घरों में भजन-कीर्तन से माहौल भक्ति से ओतप्रोत था। झांकियां सजाई गई थीं। रात 12 बजे भगवान का जन्म कराया गया। आनंद में पूरा शहर डूब गया। 'नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल' की ध्वनि गूंज उठी। जयघोष गूंजने लगा। सोहर के बोल फूट पड़े। पटाखे व फुलझडिय़ां छोड़ी गई। आरती हुई, मंगल गीत गाए गए। प्रसाद वितरित किया गया। उत्सव व उल्लास का माहौल था।

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    जगह-जगह श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन

    मंदिरों व देव स्थानों के अलावा गली-मोहल्लों में जगह-जगह श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। गीता वाटिका के राधाकृष्ण साधना मंदिर में आकर्षक झांकी सजाई गई थी। भजनों का सिलसिला रात 10 बजे शुरू हुआ। रात 11.58 बजे भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। आरती के बाद षोडशोपचार विधि से उमेश कुमार सिंहानिया व रसेंदु फोगला ने पूजा की। पुलिस लाइन में मेले जैसा द्श्य था। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, भगवान की झांकियों का दर्शन कर मंगल कामना की। जेल परिसर स्थित मंदिर को रंग-बिरंगी विद्युत झालरों से सजाया गया था। झांकियां सजी थीं। कैदियों ने अपने बैरक में पूजा की। आरपीएसएफ कैंप रजही में भजन-कीर्तन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला रात 12 बजे तक चलता रहा। हालांकि इस बार कोरोना के चलते बाहर के लोगों को प्रवेश नहीं दिया गया। इसी क्रम में रेलवे सुरक्षा बल, पीएसी कैंप व अनेक मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन किया गया।

    गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान से हुई पूजा-अर्चना

    गोरखनाथ मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व श्रद्धा, भक्ति व उल्लास के साथ मना। मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। गर्भ गृह में भगवान के प्रकट उत्सव का अनुष्ठान पूर्ण कराया। आरती उतारी और मंगल गीतों के बीच उन्हें गर्भगृह से बाहर लाकर झूला झुलाया। इस दौरान माहौल जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई, गोकुल में देखो बाजे बधाई से गूंज उठा। गर्भ गृह में मुख्य पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक, पुरोहित अरविंद चतुर्वेदी समेत वेदपाठी शिष्यों और पुरोहितों ने पूजन कराया। मध्य रात्रि में भगवान के जन्म के बाद आधे घंटे तक भजन और सोहर का सिलसिला चला। इस दौरान महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह, द्वारिका तिवारी, मंदिर के पुजारियों, पूर्व महापौर डा.सत्या पांडेय, वीरेंद्र सिंह, नवीन गौतम, दिव्य कुमार सिंह, रतन सिन्हा, अजय सिंह, दिव्य सिंह, दुर्गेश बजाज, नीरज सिंह, अंजना राजपाल, शुभम जायसवाल ने नंद गोपाल को झूला झुलाकर मंगल कामना की।

    श्रद्धालुओं ने उठाया भजन-कीर्तन का आनंद

    गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर के प्रार्थना कक्ष में भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया था। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक एकेडमी के सदस्य लोक गायक राकेश श्रीवास्तव के संयोजन में गणेश वंदना से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। बंटी बाबा ने गाया गौरी के ललनवा सुमिरन करी तोहार तो अर्पिता सिंह ने श्याम तेरी वंशी घायल कर जाती है सुनाया। अर्पित के भजन, सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आए हैं को भी श्रद्धालुओं ने पसंद किया। अविका श्रीवास्तव ने, राधे कौन से काम किए तुमने और झूला झूले कृष्ण मुरारी भजन की प्रस्तुति दी। संगत बंटी बाबा, अमर चंद्र श्रीवास्तव, अली अहमद ने किया। संचालन शिवेंद्र पांडेय ने किया। कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्‍चे श्रीकृष्ण व राधा की वेशभूषा में सज-धज कर आए। इनमें आयांश केशरवानी, नैतिक रावत, हेमा रावत, दीया राजपाल, आदित्य दुबे, कामिनी रावत, पीहू गुप्ता, शिवांश चौधरी, अंकिता गौड़, विदित श्रीवास्तव समेत कई बच्‍चों को खिलौना और टाफी देकर मुख्य पुजारी कमलनाथ एवं प्रो.यूपी सिंह ने आशीर्वाद दिया।

    अघोर पीठ में मना मां भगवती का प्रादुर्भाव दिवस

    अघोरपीठ ट्रांसपोर्ट नगर में माता यशोदा के गर्भ से प्रकट मां भगवती का प्रादुर्भाव दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया गया। सायंकाल अष्टमी पूजन व महाआरती पीठ प्रमुख अवधूत छबीलेराम ने की। अंत में प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित थे।

    राधा-कृष्ण के नृत्य ने मोहा मन

    कान्हा सेवा संस्थान के तत्वावधान में आर्यनगर स्थित अग्रवाल भवन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। मुख्य अतिथि किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरि ने दीपांजलि से कार्यक्रम की शुरुआत की। आस्था पटेल व काजल मौर्या ने राधा-कृष्ण के रूप में नृत्य कर लोगों का मन मोह लिया। इस अवसर पर अभिषेक, अनुपम कुमार, शीतल कुमार मिश्र, रंजीता बरनवाल आदि उपस्थित थीं।

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