Railway News: आनंदनगर सहित चार और रेलवे स्टेशन बनेंगे 'अमृत भारत', रेलवे बोर्ड को भेजा गया प्रस्ताव
पूर्वोत्तर रेलवे के ज्यादातर स्टेशनों की तस्वीर अब बदल जाएगी। पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में 19 वाराणसी मंडल में 15 और इज्जतनगर मंडल में 17 सहित कुल 51 स्टेशन पहले से ही अमृत भारत के लिए चिह्नित हैं। अब आनंदनगर सहित चार और रेलवे स्टेशन इसमें शामिल हो गए हैं। ये स्टेशन भी अब ‘अमृत भारत’ स्टेशन के रूप में विकसित होंगे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर-नौतनवा रूट पर स्थित महत्वपूर्ण जंक्शन आनंदनगर के अलावा वाराणसी मंडल खुरासन रोड, मसरख और एकमा भी ‘अमृत भारत’ स्टेशन के रूप में विकसित होंगे। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेज दिया है। बोर्ड की अनुमति मिलते ही पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल में पहले से चिह्नित हैं 51 स्टेशन
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में 19, वाराणसी मंडल में 15 और इज्जतनगर मंडल में 17 सहित कुल 51 स्टेशन पहले से ही अमृत भारत के लिए चिह्नित हैं। चार और स्टेशनों के जुड़ जाने से इनकी संख्या 55 हो जाएगी। पूर्व में चिह्नित स्टेशन के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बादशाहनगर, लखनऊ सिटी, ऐशबाग सहित लखनऊ मंडल के दस, इज्जनगर मंडल के दस और वाराणसी मंडल के दस चिह्नित अमृत भारत स्टेशनों का नक्शा भी तैयार कर लिया गया है। रेलवे बोर्ड ने कुछ स्टेशनों के लिए बजट भी आवंटित कर दिया है। पुनर्निर्माण के लिए टेंडर जारी किए जा रहे हैं। कायाकल्प के बाद स्टेशनों पर क्षेत्रीय कला व संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। बढ़नी, सिद्धार्थनगर, सीतापुर आदि स्टेशनों पर तो एस्केलेटर (स्वचालित सीढ़ी) और लिफ्ट की सुविधा भी मिलनी शुरू हो जाएगी।
इन स्टेशनों के नवनिर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू
रामघाट, बलरामपुर, भटनी, सलेमपुर, बेल्थरा रोड, मऊ, आजमगढ़, बस्ती, खलीलाबाद, मगहर, स्वामीनारायण छपिया, सिद्धार्थनगर, बढ़नी, बहराइच, सीतापुर जंक्शन, मैलानी, ऐशबाग, लखनऊ सिटी, डालीगंज और बादशाहनगर।
क्यों दिया गया अमृत भारत नाम
अमृत काल के दौरान विकसित किए जाने वाले छोटे रेलवे स्टेशनों को ‘अमृत भारत’ नाम दिया गया है। बड़े स्टेशनों की भांति भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए इनका पुनर्निर्माण किया जाएगा। अमृत भारत के अंतर्गत धार्मिक और पर्यटन क्षेत्र वाले छोटे स्टेशनों को चिह्नित किया गया है।
आवंटित हुआ धन
- भटनी- 12.50 करोड़
- कप्तानगंज- 19 करोड़
- सिवान- 46.55 करोड़
- मैरवा- 10.61 करोड़
- बस्ती- 18.00 करोड़
- खलीलाबाद- 10 करोड़
- सिद्धार्थनगर- 10 करोड़
- मगहर- 05.50 करोड़
- तुलसीपुर- 07 करोड़
- बढ़नी- 07.00 करोड़
- रामघाट- 13.04 करोड़
क्या कहते हैं अधिकारी
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए स्टेशनों को विकसित किया जाएगा। इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे में चिह्नित स्टेशनों के लिए कार्य स्वीकृत कर टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। डिजाइन भी तैयार किया जा रहा है। अमृत भारत स्टेशन नए स्वरूप में दिखेंगे।
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