गोरखपुर में पत्नी को गोली मारने की वजह आई सामने, आरोपी पति बोला- 'अब कोई पछतावा नहीं'
गोरखपुर के शाहपुर इलाके में पत्नी ममता की हत्या के आरोपी विश्वकर्मा चौहान को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। आरोपी ने तलाक और भरण-पोषण के विवाद में ममता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस पूछताछ में उसने पत्नी की मौत पर खुशी जताई और बताया कि उसे अब कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शाहपुर थाना क्षेत्र में पत्नी की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी विश्वकर्मा चौहान को पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। इससे पहले बुधवार की शाम उसने अपनी पत्नी ममता की सरेराह राधिका फोटो स्टूडियो के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था। घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। देर रात बेटी मुक्ति की तहरीर पर पुलिस ने गुलरिहा थाना के हरसेवकपुर नंबर दो निवासी विश्वकर्मा चौहान पर केस दर्ज कर पूछताछ की।
जिसमें आरोपित ने पुलिस को बताया कि वह तलाक चाहता था और चाहता था कि ममता जल्द गवाही दे दे, जिससे छुटकारा मिल जाए। लेकिन, ममता की ओर से बेटी के भरण-पोषण की मांग को लेकर उस पर दबाव बनाया जा रहा था। इसी बात से वह नाराज था और बुधवार की शाम उसने ममता की गोली मारकर हत्या कर दी।
आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसे पत्नी की मौत का कोई दुख नहीं है, बल्कि वह इस बात से खुश है कि अब उसे एक रुपये भी नहीं देने पड़ेंगे। उधर, गुरुवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद ममता का शव उसके भाई और अन्य रिश्तेदारों को सौंप दिया गया।
इसके बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। ममता के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी। उसके तीन भाई हैं जो लुधियाना में रहते हैं। पुलिस की सूचना पर वे गुरुवार दोपहर गोरखपुर पहुंचे और ममता की बेटी को साथ लेते गए।
दोनों को एक दूसरे पर था संदेह
विश्वकर्मा और ममता विवाद के बाद अलग रहने लगे थे। लेकिन, दोनों एक दूसरे पर संदेह करते थे। विश्वकर्मा का पत्नी के रहते हुए कई महिलाओं से संबंध था, जिससे ममता नाराज होकर उससे अलग रहने लगी थी। वहीं विश्वकर्मा को भी पत्नी पर हाटा के किसी युवक के साथ संबंध होने का संदेह था।
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छह माह पहले शाहपुर में लिया था कमरा
ममता ने छह माह पहले शाहपुर के गीता वाटिका के पास किराए का कमरा लिया था। जबकि 14 महीने पहले वह पति को छोड़कर बेटी के साथ अलग हो गई थी। पुलिस की पूछताछ में भी यह पता नहीं चला कि छह माह पहले ममता कहां रहती थी। इसकी जानकारी आरोपित विश्वकर्मा को भी नहीं पता है।
नामी लूटेरा था भतीजा, 2019 में खरीदा पिस्टल
विश्वकर्मा का भतीजा नामी लूटेरा था। वर्ष 2018 में उसकी हत्या हो गई थी, जिसके बाद से विश्वकर्मा को भी अपनी हत्या का भय सताने लगा था। इसके बाद उसने खुद की सुरक्षा के लिए वर्ष 2019 में उसने अवैध तरीके से पिस्टल खरीदा और साथ में लेकर चलता था। बुधवार की शाम उसने उसी पिस्टल से पत्नी ममता की हत्या की थी। पुलिस ने उसके पास से पिस्टल भी बरामद कर लिया है।
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