अहा! अब भरपूर मिलेगी शतावर
गोरखपुर : हमेशा जवां दिखने की चाहत रखने वालों के लिए अच्छी खबर! रासायनिक गुणों से भरपूर लुप्त हो रहे शतावर पौधों को बचाने की पहल वन विभाग ने शुरू की है। हर वर्ष दस हजार पौधों को लगाने का निर्णय लिया गया है। इसकी नर्सरी बांकी रेंज स्थित निवास पोखरा हाईटेक पौधशाला में तैयार की गई है।
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार शतावर के लिए गोरखपुर परिक्षेत्र की जलवायु अत्यंत उपयुक्त पाई गई है। इससे वन विभाग के लोग उत्साहित हैं। निर्णय लिया गया है कि शतावर पौधों का रोपण यहां 20 हेक्टेअर भू-भाग में किया जाएगा। जानकारों के अनुसार इसे आम आदमी भी लगा सकता है और जड़ों को बेंच आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकता है।
शतावर को नाहर कांटा, शतमूली, सहस्त्र वीर्या, शतावरी व शकाकुल नाम से भी जाना जाता है। इसके पत्ते हरे, सोया सब्जी की तरह खूबसूरत, डंठल में शेर के नखों की तरह मुड़े हुए कांटे तथा सैकड़ों की संख्या में हरी-भूरी जड़ें होती हैं। जड़ों के ऊपर का पतला छिलका उतार कर उसका औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।
---------------
विलुप्त होने से प्रभावित होगा जीवन चक्र
गोरखपुर : डीएफओ ए.पी. त्रिपाठी ने बताया कि औषधीय वनस्पति शतावर के खत्म होने से न केवल इस वनस्पति के विलुप्त होने का खतरा था वरन इसके ऊपर आश्रित व इनके जीवन चक्र से जुड़े पक्षियों व अन्य वन्य जीवों के भी समाप्त होने का अंदेशा है। इसीलिए जब इस प्रभाग की भूमि औषधीय वनस्पति शतावर के लिए उपयुक्त पाई गई तो इसे बचाने के प्रयास शुरू हो गये। शासन ने इसके लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था भी कर दी है।
-----------------
औषधीय गुणों से भरपूर है शतावर
0 रोकती है वृद्धावस्था।
0 नेत्र ज्योति व स्मृति बढ़ाती है।
0 पुरुषों में शक्ति, ओज व वीर्य बढ़ा स्वप्नदोष से छुटकारा दिलाती है।
0 यकृत व गुर्दे की बीमारी में लाभप्रद।
0 शरीर की उष्मा व जलन मिटाती है
0 शतावर का रस दूध में मिलाकर पीने से पथरी भी शरीर से निकल जाती ---------------
आप भी लगा सकते हैं शतावर
गोरखपुर : औषधीय वनस्पति शतावर को कोई भी लगा सकता है। इसका पौध बांकी व तिनकोनिया रेंज स्थित औषधीय पौधशाला में उपलब्ध है। आयुर्वेद व यूनानी पद्घति में इसका उपयोग किया जाता है। इसकी मांग सर्वाधिक है और कीमत भी अच्छी मिलती है। एक हेक्टेअर शतावर लगा कर हर वर्ष एक लाख रुपए कमाया जा सकता है।
--------------
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।