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    ढाई साल बाद दोबारा गिरफ्त में आया माफिया सुधीर

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    Updated: Sat, 11 Feb 2017 02:47 AM (IST)

    गोरखपुर : पिपरौली के ब्लाक प्रमुख व डी-2 गैंग के सरगना सुधीर सिंह को एसटीएफ ने नवंबर 2014 में लखनऊ क ...और पढ़ें

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    ढाई साल बाद दोबारा गिरफ्त में आया माफिया सुधीर

    गोरखपुर : पिपरौली के ब्लाक प्रमुख व डी-2 गैंग के सरगना सुधीर सिंह को एसटीएफ ने नवंबर 2014 में लखनऊ के ट्रास गोमती इलाके में असलहे के साथ गिरफ्तार किया था। सुधीर के ऊपर उस समय पांच हजार रुपये का इनाम था। प्रापर्टी डीलर छोटू सिंह की हत्या में भी पुलिस को उसकी तलाश थी। उसके पास से एक सर्विस रिवॉल्वर, 16 कारतूस और एक फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस मिला था।

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    सुधीर सिंह पर गोरखपुर और आसपास के जिलों में एक दर्जन से अधिक हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, छिनैती का केस दर्ज है। 10 नवंबर 2013 को शिवपुर-साहबाजगंज में हुई सबसे बड़ी वारदात छोटू सिंह हत्याकाड में भी नाम सामने आया था। परिवार के लोगों ने सुधीर को नामजद किया था। बाद में बरी हो गया। आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय सुधीर सिंह गोरखपुर पुलिस की रिकार्ड में डी-2 गैंग का सरगना है। छोटू सिंह भी इसके गैंग का सक्रिय सदस्य हुआ करता था। शातिर चंदन सिंह और बिसई के संपर्क में आने के बाद छोटू की सुधीर से दूरी बन गई थी। जमानत पर छूटने के बाद सुधीर सक्रिय राजनीति में आ गया था। संतकबीरनगर में शिवपाल यादव की जनसभा में उसने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। 2016 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित होने के बाद ब्लाक प्रमुख चुना गया था। सत्ताधारी दल से जुड़ने के साथ ब्लाक प्रमुख बनने के बाद से पुलिस ने सुधीर का पीछा छोड़ दिया था। सुधीर के पास भारी मात्रा में अवैध असलहे होने की सूचना पर गुरुवार रात एसएसपी रामलाल वर्मा के निर्देश पर क्राइम ब्रांच, शाहपुर और कैंट पुलिस ने एल्यूमीनियम फैक्ट्री के पास स्थित उसके घर दबिश दी।

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    छोड़ने के लिए कई नेताओं का आया फोन

    माफिया सुधीर सिंह की गिरफ्तारी के बाद उसे छोड़ने के लिए कई नेताओं ने पुलिस अधिकरियों के पास फोन करना शुरू कर दिया लेकिन बात नहीं बनी। सुधीर के पास से बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित बोर के कारतूस मिलने व कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के कारण किसी ने रिस्क नहीं उठाया।

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    गैंगेस्टर के मुकदमें में था फरार

    गैंगेस्टर एक्ट में कोर्ट ने सुधीर सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। इसी आदेश का पालन कराने के लिए पुलिस गुरुवार रात सुधीर सिंह के घर पहुंची थी। 23 जनवरी 2009 को शाहपुर के तत्कालीन थानेदार आनंद शाही ने सुधीर सिंह के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमें में हाजिर न होने पर उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। कोर्ट में पेशी के बाद विशेष न्यायाधीश शिवानंद सिंह ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।