गौरवशाली है बारी समाज का इतिहास : योगी
शिक्षा और एकजुटता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें समाज के लोग जागरण संवाददाता, गोरखपुर : बारी समाज का
शिक्षा और एकजुटता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें समाज के लोग
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
बारी समाज का इतिहास गौरवशाली है। श्रीराम चरित मानस में भी इसका जिक्र है। समाज के पहले राजा सुग्रीव के पुत्र दधिवल महान पराक्रमी थे। राम-रावण युद्ध में उन्होने अजेय माने जाने वाले रावण के पुत्र नारांतक का वध किया था। जरूरत पड़ने पर धर्म और राष्ट्र की रक्षा में भी समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाई है।
ये बातें गोरक्षपीठाधीश्वर एवं सांसद योगी आदित्यनाथ ने कही। वे रविवार को साहबगंज स्थित एक होटल में रूपन बारी के जयंती समारोह के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने समाज के लोगों से शिक्षित और संगठित होने की अपील की। बतौर अध्यक्ष परमेश्वर प्रसाद, लक्ष्मीकांत विशारद और अन्य लोगों ने रूपन बारी के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। सबने शिक्षा और संगठन पर जोर दिया। कहा, शिक्षा और संगठन आज के समय का तकाजा है। समाज और खुद की बेहतरी के लिए इसे सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखें। इस मौके पर पंकज शुक्ला और साथियों की ओर से प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों को खूब पसंद आया।
कार्यक्रम में समाज के रामनयन, राजेंद्र प्रसाद, प्रेमशंकर, गजानंद, रामवृक्ष, सीताराम, जगदीश प्रसाद, कृष्ण कुमार, त्रिलोकनाथ, दिलीप, राजकिशोर और ओमप्रकाश आदि मौजूद थे।