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    Gonda News: मेहनत और नवाचार वंदना को दिलाया राज्य अध्यापक पुरस्कार, बोलीं- स्टूडेंड्स को बेहतर शिक्षा देना लक्ष्य

    गोंडा की वंदना पटेल जो प्राथमिक विद्यालय महेशपुर नवाबगंज की प्रधानाध्यापक हैं को बेसिक शिक्षा विभाग के राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चुना गया है। वह 2009 से शिक्षिका हैं और 2013 से प्रधानाध्यापक के पद पर हैं। वंदना छात्राओं को पढ़ाई के साथ खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लेने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने विद्यालय में स्मार्ट कक्षाएं भी शुरू कीं।

    By Jagran News Edited By: Ashish Mishra Updated: Thu, 28 Aug 2025 07:39 AM (IST)
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    वंदना पटेल का चयन बेसिक शिक्षा विभाग के राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए किया गया है। जागरण फोटो

    जागरण संवाददाता, गोंडा। नए-नए तरीके से छात्र-छात्राओं को पढ़ाने वाली वंदना पटेल का चयन बेसिक शिक्षा विभाग के राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए किया गया है। प्राथमिक विद्यालय महेशपुर नवाबगंज की प्रधानाध्यापक वंदना पटेल अपने छात्रों को पढ़ाई और अनुशासन के साथ खेलने के लिए भी प्रेरित करती हैं।

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    वंदना पटेल वर्ष 2009 से शिक्षिका हैं ,लेकिन प्राथमिक विद्यालय महेशपुर के प्रधानाध्यापक का पद वर्ष 2013 में संभाला है। उन्होंने विद्यालय को स्वच्छता अभियान की दिशा में भी काम किया। वंदना कहती हैं कि छात्राओं को सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए जागरूक किया।

    विज्ञान प्रदर्शनी में भी छात्र-छात्राओं को प्रतिभा दिखाने के लिए प्रेरित किया गया। छात्राओं को पढ़ाई में निखारने के साथ खेलों में भी आगे बढ़ाया। वंदना ने कहा कि उनका चयन सरकार ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए किया है यह उनके लिए बड़ी उपलब्धि है।

    वंदना पटेल के पिता डॉ. आरपी वर्मा राजकीय इंटर कालेज गोंडा के प्रधानाचार्य रह चुके हैं। उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई राजकीय बालिका इंटर कालेज गोंडा से की है। बसखारी अंबेडकरनगर की रहने वाली वंदना पटेल के पति डॉ. विजय प्रकाश राजकीय इंटर कालेज बस्ती के प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत हैं।

    वंदना का कहना है कि उन्होंने विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा का ज्ञान देने के अपने पास से विद्यालय में प्रोजेक्टर लगवाए और स्मार्ट कक्षा का संचालन किया। इसी तरह अन्य सुविधाएं भी विद्यार्थियों को उपलब्ध कराईं। प्राथमिक विद्यालय महेशपुर में वर्तमान में 169 विद्यार्थी पंजीकृत हैं।

    विद्यालय में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए विद्यालय में शैक्षिक रोचक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। विद्यालय की व्यवस्था सुधारने का प्रयास किया, फिर छात्राओं को अनुशासन में लाया गया।

    विद्यालय परिसर को आकर्षक बनाने के साथ पर्यावरण संरक्षण को लेकर पौधारोपण किया गया है। यह विद्यालय पढ़ाई में अपनी अलग पहचान रखता रहा। यही कारण है कि दूर से विद्यार्थी यहां पढ़ने आते हैं। वंदना कहतीं हैं कि उन्होंने अपने पास विद्यालय के लिए एक प्रोजेक्टर खरीदा। स्कूल को सजाने-संवारने के लिए वह हर संभव प्रयास करतीं हैं।

    वंदना का कहना है कि विद्यार्थियों को कान्वेंट स्कूल से अधिक सुविधाएं मुहैया कराने और वहां से बेहतर शिक्षा देने उनका लक्ष्य है। वंदना का चयन राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए होने पर शिक्षकों ने बधाई दी।