180 यात्री थे सवार, गोंडा में दिल्ली से आ रही डबलडेकर बस मकान से टकराकर पलटी, नौ घायल
दिल्ली से आ रही मां वाराही ट्रेवल्स की एक डबलडेकर बस गोंडा के पास पलट गई जिसमें नौ यात्री घायल हो गए। बस में क्षमता से अधिक यात्री और सामान लदा था। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
संवाद सूत्र, कर्नलगंज (गोंडा)। दिल्ली से आ रही मां वाराही ट्रेवल्स की ओवरलोड डबलडेकर बस बाबूपुरवा गांव के पास पलट गई जिसमें सवार नौ लोग घायल हो गए। घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। चिकित्सक ने तीन की हालत नाजुक बताते हुए जिला मुख्यालय के लिए रेफर कर दिया है।
प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक बस दिल्ली के कश्मीरी गेट से खचाखच यात्रियों व मोटरसाइकिल के पार्ट व अन्य सामान को लादकर आ रही थी। बस में 180 से अधिक यात्री सवार थे। चालक ने रेलवे क्रासिंग बंद होने व जाम से बचने के लिए गोंडा लखनऊ हाईवे को छोड़कर जहांगीरवा से बरगदी होते हुए धौरहरा की तरफ मोड़ दिया। बस रास्ते में बाबू पुरवा के पास अनियंत्रित होकर एक घर से टकराकर पलट गई।
इसमें भवानी सिंह निवासी धोबहाराय, शिवा निवासी बालपुर कर्नलगंज,सीमा निवासी ग्राम चौसेला तरबगंज,जटाशंकर ग्राम निवाया उमरी बेगमगंज,राधा ग्राम नियावा उमरी बेगमगंज,कन्हैया ग्राम उमरी बेगम गंज,रमेश शर्मा निवासी ग्राम बिहा बाजार थाना बदायूंनी जिला बेगूसराय बिहार, सुलोचना देवी निवासी ग्राम बिहा बाजार थाना जिला बेगूसर बदायूंनी जिला बेगूसराय बिहार,गणेश निवासी ग्राम नियावा थाना उमरीबेगमगंज घायल हो गए।
इनमें भवानी सिंह निवासी धोबहाराय, शिवा निवासी बालपुर कर्नलगंज व सीमा निवासी ग्राम चौसेला तरबगंज को चिकित्सक ने रेफर कर दिया है। तरबगंज पुरैनी दुर्जनपुर निवासी रामतेज दुर्घटना स्थल पर ही अपनी अचेत हुई बेटी गुड़िया सिंह का पानी से मुंह धुल रहे थे। कहा कि वह सात लोग थे।
दिल्ली कश्मीरी गेट से अपने घर आ रहे थे। वह दिल्ली में मजदूरी करते हैं। प्रति यात्री हजार रुपये लिए गए थे। सामान व यात्रियों से बस भरी थी। उमरी बेगम गंज के न्यावा निवासी जटा शंकर शुक्ल ने बताया कि वह चार हजार देकर बेटे गणेश, अमन व पत्नी राधा को लेकर घर आ रहे थे।
गनीमत रही कि सभी की जान बच गई। कोतवाल श्रीधर पाठक ने बताया कि यात्री जटाशंकर शुक्ल की तहरीर पर मां वाराही डबलडेकर बस चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। चालक दुर्घटना के बाद फरार हो गया है। बस को किनारे लगवाकर सामान को ट्राली से लदवाकर कोतवाली लाया गया है।
डबलडेकर बस मरचौर निवासी अवधेश सिंह के नाम पर दर्ज है। 50 से अधिक बार बस का चालान हो चुका है। परिवहन विभाग के यात्री कर अधिकारी शैलेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि 17 अप्रैल को क्षेत्राधिकारी के साथ हुई संयुक्त चेकिंग में बस उन्होंने सीज की थी,लेकिन बस मालिक ने अर्थदंड जमा कर न्यायालय से छुड़ा लिया। उन्होंने अब इस बस के परमिट को निरस्त करने की कार्रवाई करने की बात कही है।
डबल डेकर बस के ऊपर लदा था सामान
डबलडेकर बस के ऊपर छत पर सामान लदा था। मार्ग पर हाईटेंशन तार से सामान को बचाने के दौरान चालक बस से नियंत्रण खो बैठा और बस एक घर से टकराने के बाद पलट गई। अचानक बस पलटने से उसमें सवार लोग रोने चिल्लाने लगे।
बाल-बाल बची महिला
बाबूपुरवा निवासी प्रियंका ने बताया कि वह बच्चों के लिए साढ़े नौ बजे के करीब भोजन बना रही थी। इसी दौरान जोर की आवाज के साथ उसके घर की दीवार उसके ऊपर गिरने लगी। उसने बचने का प्रयास किया तब तक दरवाजा उसके कंधे व पीठ पर गिर गया। देखते ही देखते उसका घर ढह गया। गनीमत रही कि उसकी जान बच गई।
अस्पताल में घायलों को हुई परेशानी
तरबगंज की सीमा के कंधे की हड्डी टूट गई। दो घंटे तक वह सीएचसी में स्ट्रेचर पर लेटी रही। बिजली न होने से एक्सरे नहीं हो सका। हड्डी के डाक्टर न होने से उसे इलाज के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया। इस दौरान वह करीब दो घंटे दर्द से तड़पती रही।
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