स्वामीनरायण छपिया मंदिर व सागर तालाब का होगा विकास
बताया कि छपिया मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के प्रसाधन के साथ ही बैठने के लिए कुर्सियां लगाई जाएंगी। परिसर में इंटरलॉ¨कग के साथ ही अन्य कार्य कराए जाएं ...और पढ़ें

गोंडा : जिले के छपिया स्थित भगवान स्वामी नारायण छपिया मंदिर का पर्यटन स्थल के रूप में विकास होगा। जबकि गोंडा जिला मुख्यालय स्थित सागर तालाब को भी संवारा जाएगा। इसके लिए 1.80 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृत हुई है। पहली किश्त के रूप में कार्यदायी संस्था आवास विकास परिषद को 54.13 लाख रुपये आवंटित हुए हैं। अधिशासी अभियंता आवास विकास परिषद आरपी गुप्ता ने बताया कि छपिया मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के प्रसाधन के साथ ही बैठने के लिए कुर्सियां लगाई जाएंगी। परिसर में इंटरलॉ¨कग के साथ ही अन्य कार्य कराए जाएंगे। शहर के सागर तालाब की साफ-सफाई के अलावा लाइ¨टग व इंटरलॉ¨कग का कार्य होगा। इनसेट
क्या है महत्व
-स्वामीनरायण छपिया- यह स्थान स्वामीनरायण मत के प्रवर्तक श्रीघनश्याम महराज दास, जिन्हें स्वामी सहजानंद भी कहा जाता है का जन्म स्थान है। यह स्थान छपिया रेलवे स्टेशन के दक्षिण थोड़ी दूर पर स्थित है। 1845 ई. में घनश्यामदास जी के जन्म स्थान पर एक भव्य मंदिर बनवाया गया है, यहां की नक्काशी दर्शनीय है। मंदिर संगमरमर का बना हुआ है। राम, लक्ष्मण, सीता, शंकर, पार्वती, कृष्ण, राधिका, बलराम व घनश्यामदास जी की मूर्तियां स्थापित हैं। हरसाल कार्तिक व चैत्र में गुजरात प्रदेश के लोग दर्शन करने आते हैं। मंदिर के पास ही एक सुंदर पक्का सरोवर है।
सागर तालाब- यह गोंडा नरेश महाराजा शिवप्रसाद ¨सह की अमर कीर्ति है। कृष्ण भक्त राजा ने नगर के मध्य विशाल सरोवर का निर्माण कराया था। सरोवर के बीच में एक टापू पर गोवर्द्धन पर्वत, कृष्ण कुंज, मदन वृषभान भवन का निर्माण कराया। सागर तालाब के पूरब विसेन के कई राजा-रानियों की समाधियां हैं। उत्तर व पश्चिम लगभग एक दर्जन सती चौरा है।

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