Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP: घटिया तारकोल से सड़कें उखड़ीं, 7 अभियंता फंसे! लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा

    Updated: Sun, 08 Jun 2025 02:58 PM (IST)

    गोंडा में तारकोल खरीद में अनियमितता के आरोप में PWD XEN समेत सात इंजीनियरों के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया गया है। अयोध्या के मुख्य अभियंता आरके सिंह के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है। अभियंताओं को 15 दिन में जवाब देना होगा कि उन्होंने अयोग्य फर्म से घटिया तारकोल क्यों खरीदा। बलरामपुर में सड़कों के निर्माण में घटिया तारकोल का इस्तेमाल हुआ था जिसके बाद जांच शुरू हुई थी।

    Hero Image
    तारकोल खरीद में गड़बड़ी पर लोनिवि के अधिशासी अभियंता समेत सात के खिलाफ आराेप पत्र जारी।

    जागरण संवाददाता, गोंडा। अनियमित तरीके से तारकोल खरीदने में फंसे लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड बलरामपुर के अधिशासी अभियंता कुमार शैलेंद्र समेत सात अभियंताओं के खिलाफ शासन ने आरोप पत्र जारी कर दिया है।

    मामले की जांच कर रहे अयोध्या के मुख्य अभियंता आरके सिंह के निर्देश पर गोंडा-बलरामपुर वृत्त के अधीक्षण अभियंता योगेंद्र सिंह ने इन्हें आरोपपत्र भेजा है, जिसका जवाब संबंधित को 15 दिन में देना है। सभी आरोपियों को बताना होगा कि किन परिस्थितियों में उन्होंने अयोग्य फर्म से घटिया तारकोल की खरीदारी की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लोक निर्माण विभाग में निविदा मैनेज होने के साथ अब तारकोल की खरीद में भी भ्रष्टाचार सामने आया है। गड़बड़ी तो कई जगह है लेकिन, इस बार गड़बड़ी बलरामपुर लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड की खुली है। बताया जा रहा है कि यहां सड़कों के लेेपन में लगे तारकोल की खरीद अयोग्य फर्म से कर ली गई।

    निर्माण होने के माह भर के भीतर सड़कें उखड़ गईं। उनके पत्थर बाहर निकलने लगे तो जांच शुरू हुई तारकोल भी घटिया निकला। तारकाेल की गुणवत्ता पर सवाल उठे तो क्रय प्रक्रिया भी जांच के घेरे में आई। पता चला कि जिस फर्म से तारकोल खरीदा गया था,उस फर्म से खरीद ही नहीं की जानी थी।

    अब सवाल है कि जब फर्म अयोग्य थी तो फिर कैसे खरीद लिया,वह भी घटिया,इसका जवाब जिम्मेदार अधिकारियों के पास नही है। इसके बाद जांच शुरू हुई तो मिलीभगत व अनियमितता की कलई लगातार खुलती जा रही है,जिसमें कई अधिकारी व ठेकेदारों भी लपेटे में है।।

    तारकाेल पर यहां भी अभियंताओं को छूटते हैं पसीने

    गोंडा में भी तारकोल को लेकर गड़बड़ी कम नही है। लंबे समय से जमे एक अधिशासी अभियंता ठेकेदारों को तारकोल दिलाने में बिचौलिये की भूमिका निभा रहे हैं।

    यही नहीं, यहां तीनों खंडों के भंडार गृह स्थित गोंदाम में कितने तारकोल बचा था, उसे किस ठेकेदार व कितने में दिया गया,इसका जवाब भी जिम्मेदार नहीं दे पा रहे हैं। बताया जा रहा है कि ठेकेदारों को अधिक सहूलियत देने वाले एक अधिशासी अभियंता की भूमिका काफी संदिग्ध है।

    जांच अधिकारी ने पहले मांगा था तैनाती का विवरण,अब भेजा आरोपपत्र

    - मामले की जांच कर रहे अयोध्या के मुख्य अभियंता आरके सिंह ने गोडा-बलरामपुर के अधीक्षण अभियंता योगेंद्र सिहं से बलरामपुर के प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता कुमार शैलेंद्र, सहायक अभियंता अरुणकुमार सिंह व आलोक दुबे, अवर अभियंता जितेंद्र बहादुर प्रसाद, रविप्रताप यादव, प्रदीप कुमार व बनारसी राम समेत सात अभियंताओं के बारे में रिपोर्ट मांगी थी।

    इनकी जिले कब से तैनाती है और नौकरी में कितनी सेवा अवधि बची है। अब इन्हें आरोप पत्र दिया गया है। अधीक्षण अभियंता अयोध्या ने बताया कि बलरामपुर प्रातीय खंड के अधिशासी अभियंता कुमार शैलेेंद्र व उनके अधीन छह अभियंताओं को तारकाेल खरीद मामले में आरोप पत्र दिया गया है,जिसका जवाब उन्हें 15 दिन के भीतर देना है।

    comedy show banner
    comedy show banner