यूपी में ऑनर किलिंग- अनजान लड़के से बात करने पर बहन की हत्या, पहले दबाया गला फिर कार चढ़ाकर मार डाला
गोंडा में एक भाई ने अपनी बहन को अनजान लड़के से बात करते देख मां के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। उन्होंने पहले उसे पीटा, फिर हाथ-पैर बांधकर बोरे में डाला और गला घोंट दिया। शव को सुनसान जगह फेंककर उसके ऊपर कार चढ़ा दी। पुलिस ने भाई और मां को गिरफ्तार कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोटों के निशान मिले थे।

जागरण संवाददाता, गोंडा। अनजान लड़के से बात करने पर भाई ने पहले बहन की पिटाई की, इसके बाद मां के साथ मिलकर उसके हाथ पैर बांधकर बोरे में भरकर कार की डिग्गी में डाल दिया। सूनसान स्थान पर ले जाकर रस्सी से बहन की गला कसकर हत्या कर दी। गोंडा के तरबगंज थाने के पीडी बंधे के पास शव को फेंक दिया।
इसके बाद उसके ऊपर कार को चढ़ा दिया और फरार हो गए। पुलिस ने महज 13 दिनों के भीतर युवती की शिनाख्त कर आरोपित भाई मनीष व मां निर्मला देवी निवासीगण गनेशपुर थाना वाल्टरगंज जिला बस्ती को गिरफ्तार कर लिया।
एक आरोपित फरार बताया जा रहा है। एसपी विनीत जायसवाल ने तरबगंज के थानाध्यक्ष कमलाकांत व टीम में शामिल पुलिस कर्मियों को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
यह है पूरा मामला
तरबगंज के कंचनपुर व सेक्रेटरीपुरवा के बीच 17 नवंबर को अज्ञात युवती का शव मिला। मृतका की पहचान बस्ती जिले के वाल्टरगंज थाने के ग्राम परसाजागीर गनेशपुर निवासी अनुराधा के रूप में हुई है। वह स्नातक की छात्रा थी।
पुलिस के मुताबिक छात्रा किसी अनजान व्यक्ति से फोन पर बात करती थी, इससे गुस्सा होकर उसके भाई मनीष ने बहन की पिटाई की और मां से रस्सी मंगवाकर उसका हाथ पैर-बांध दिया। ऊपर से बोरा डालकर वह बलेनो में डालकर ले गए और सूनसान स्थान पर पहले गला घोंटकर हत्या कर दी। इस कार्य में छात्रा के मामा के बेटे मुस्कान ने भी सहयोग किया। पुलिस ने भाई व मां को गिरफ्तार कर लिया है।
छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोटों के मिले थे निशान
थानाध्यक्ष कमलाकांत त्रिपाठी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर कई चोटों के निशान व हेमोरेजिक शाक एंटीमार्टम इंजरी से मौत की पुष्टि हुई थी। छात्रा की शिनाख्त करने में काफी परेशानी हुई। अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
छात्रा की पहचान कराने के लिए संबंधित थानों व दूसरे जिलों को फोटो शेयर की। इसके बाद उसकी शिनाख्त हो सकी। इलेक्ट्रानिक साक्ष्य जुटाए गए। महज 13 दिनों में ही घटना का राजफाश किया जा सका। मां-बेटा ही कातिल निकले।

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