Gonda News : सुभागपुर में 24 घंटे में 55 बार बंद होती है रेलवे क्रासिंग, जाम से से लोग परेशान; फंसी रहती हैं एंबुलेंस
Gonda News रोजाना सुभागपुर रेलवे क्रासिंग पर जाम का झाम लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। 24 घंटे में 55 बार रेलवे क्रासिंग बंद होती है और एक दिन में दस से 12 बार रेल का इंजन जोड़ा जाता है। ऐसे में रोज 30 से 45 मिनट राहगीरों को क्रासिंग पर जबरन बिताने पड़ते हैं। एंबुलेंस लेकर अन्य आपातकालीन सेवाएं यहां पहुंचकर ठहर जाती हैं।

रमन मिश्र, जागरण, गोंडा : सुबह 11 बज रहे थे। धूप व उमस से लोग व्याकुल दिखे। गोंडा-बलरामपुर हाईवे पर सुभागपुर रेलवे क्रासिंग बंद थी। दोनों तरफ वाहनों की कतार लगी थी। राहगीर पसीने से तरबतर होकर छांव व पानी की तलाश में इधर-उधर दुकानों व ढाबों की तरफ जा रहे थे।
करीब आधे घंटे के बाद क्रासिंग खुली तो वाहनों को निकालने की होड़ सी मच गई। वाहनों के हार्न की आवाज व जल्दबाजी में लोग बेतरतीब ढंग से निकलने लगे। इसमें कई बड़े व छोटे वाहन फंस गए। इसमें भी 15 मिनट से अधिक समय व्यतीत हो गया। इसके बाद दोबारा क्रासिंग बंद होने की चेतावनी दी जाने लगी। समस्या एक दिन की नहीं बल्कि, प्रतिदिन की है।
रोजाना सुभागपुर रेलवे क्रासिंग पर जाम का झाम लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। 24 घंटे में 55 बार रेलवे क्रासिंग बंद होती है और एक दिन में दस से 12 बार रेल का इंजन जोड़ा जाता है। ऐसे में रोज 30 से 45 मिनट राहगीरों को क्रासिंग पर जबरन बिताने पड़ते हैं। एंबुलेंस लेकर अन्य आपातकालीन सेवाएं यहां पहुंचकर ठहर जाती हैं।
गोंडा से बलरामपुर को जो सफर एक घंटे का होता है, उसे तय करने में तीन घंटे लग जाते हैं। अब सवाल ये है कि विकास कैसे दौड़ेगा। केंद्रीय राज्यमंत्री ने ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर पत्राचार तो कर चुके हैं लेकिन, नतीजा कुछ नहीं निकला। इस मार्ग पर प्रतिदिन एक लाख राहगीर आवागमन करते हैं। साथ ही आठ से दस हजार वाहनों का आवागमन होता है।
12 से 15 बार बदला जाता है इंजन
सुभागपुर रेलवे स्टेशन पर माल गोदाम है। रोजाना रैक भी आती है। ऐसे में रेलवे क्रासिंग हर आधे घंटे में बंद हो जाती है। यही नहीं, यहां दस से 12 बार ट्रेन का इंजन भी बदला जाता है। क्रासिंग बंद होने से दोनों तरफ एक से डेढ़ किलोमीटर वाहनों की कतार लग जाती है।
धूप व उमस भरी गर्मी में छात्राएं व महिलाएं क्रासिंग खुलने के इंतजार में खड़ी रहने को विवश रहती हैं। इसी मार्ग पर दस से 12 स्कूल, कालेज व महाविद्यालय संचालित हो रहे हैं। गोंडा जंक्शन के निकट रानीबाजार से रेलवे माल गोदाम को हटाकर सुभागपुर रेलवे स्टेशन के निकट बना दिया गया है।
विश्वविद्यालय व आस्था की राह में रोड़ा
शक्तिपीठ मां पाटेश्वरी मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां प्रदेश के सभी जिलों से देवीपाटन मंदिर लोग दर्शन पूजन के लिए प्रतिदिन आवागमन करते हैं। यही नहीं, मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय भी लोगों का आवागमन रहता है। उन्हें भी जाम के झाम से जूझना पड़ता है। गोंडा मेडिकल कालेज व जांच कराने के लिए मरीज आते हैं। वह भी जाम के झाम में जूझते रहते हैं।
रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के लिए कर रहे हर स्तर पर प्रयास
राज्यमंत्री भारत सरकार और गोंडा के सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि सुभागपुर व मनकापुर रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण कराने के लिए मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत मुलाकात कर चुके हैं। मुख्यमंत्री जी ने भी समस्या का अविलंब निस्तारण कराने का आश्वासन दिया है। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि उक्त समस्या का शीघ्र ही निस्तारण हो जाएगा।
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