UP News: गोंडा में स्वास्थ्य अधिकारियों पर बरसे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, जमकर लगाई क्लास
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने गोंडा में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की क्लास लगाई। सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा को नोटिस जारी किया गया क्योंकि वो सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं। डिप्टी सीएम ने अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने और एम्बुलेंस सेवाओं में सुधार करने के निर्देश दिए।

जागरण संवाददाता, गाेंडा। मंगलवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर रश्मि वर्मा एक भी सवाल का संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकीं जिस पर सीएमओ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कहा कि कोई भी डॉक्टर मरीजों को बाहर की दवाएं न लिखे। अस्पताल में उपलब्ध दवाओं का ही उपयोग करें ताकि मरीजों पर आर्थिक बोझ न पड़े।
दवाओं की आपूर्ति में देरी पर नाराजगी जताते हुए डिप्टी सीएम ने कहा, दवा खत्म होने के 15 दिन पहले उसकी डिमांड भेज दें। आप लोग तब डिमांड करते हैं जब एक टेबलेट बचती है, इसी वजह से मरीजों को समय पर दवा नहीं मिल पाती।
उन्होंने कहा कि यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डिप्टी सीएम मंगलवार को मनकापुर सीएचसी पर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने चादर के रंग को लेकर नाराजगी जताई।
कहा कि अस्पतालों में तय रंग की चादर होनी चाहिए। मंगलवार को ऑरेंज रंग की चादर होनी चाहिए थी लेकिन निरीक्षण में ऐसा नहीं मिला। इसे कार्यशैली में ढिलाई मानते हुए उन्होंने जवाबदेही तय करने को कहा।
सीएमओ व एसीएमओ को फील्ड में उतरने के निर्देश दिए और कहा कि सीएमओ और एसीएमओ सप्ताह में कम से कम चार से पांच अस्पतालों का निरीक्षण करें। अधिकारी केवल बैठकों में न बैठें, बल्कि फील्ड में जाकर सुविधाओं की जमीनी हकीकत देखें।
एम्बुलेंस व्यवस्था की गड़बड़ियों पर दिखाई सख्ती
डिप्टी सीएम ने एम्बुलेंस संचालन में अनियमितताओं पर गंभीर चिंता जताई। डिप्टी सीएम ने कहा कि ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां एमटी और ड्राइवर खुद फोन कर एम्बुलेंस बुलवाते हैं और फिर अस्पताल रजिस्टर में उसका फर्जी रिकॉर्ड दर्ज कर दिया जाता है।
उन्होंने निर्देश दिया कि नोडल अधिकारी यह सत्यापन करें कि जिन मरीजों को लाने की बात दर्ज है, वे वास्तव में अस्पताल पहुंचे या नहीं। उनका इलाज कब शुरू हुआ, कितनी देर चला और दस्तावेजों में क्या विवरण दर्ज है यह सब क्रॉस चेक करें।
जन आरोग्य मंदिर की स्थिति में सुधार के निर्देश
डिप्टी सीएम ने आरोग्य मंदिरों की स्थिति पर भी चिंता दिखाई। कहा कि आरोग्य मंदिर परिसर में खड़ंजा लगाया जाना चाहिए, आसपास पानी नहीं भरा होना चाहिए और न ही गंदगी होना चाहिए। उन्होंने इसके लिए प्रस्ताव बनाकर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्यालय पर अटैच फार्मासिस्ट के तैनाती स्थल पर वापसी के निर्देश
समीक्षा के दौरान डिप्टी सीएम को पता चला कि यहां तैनात फार्मासिस्ट मुख्यालय पर अटैच है। कोरोना काल से ही वह तैनाती स्थल पर नहीं लौटा है। डिप्टी सीएम ने फार्मासिस्ट को तुरंत मुख्यालय से रिलीव कर तैनाती स्थल पर भेजने के निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान डीएम नेहा शर्मा, सीएमओ डा रश्मि वर्मा, सीएमओ डॉ. आदित्य वर्मा, सीआरओ महेश प्रकाश, एसडीएम अवनीश त्रिपाठी,सीएचसी अधीक्षक डॉ. एसएन सिंह, क्षेत्रीय विधायक रमापति शास्त्री,जिला पंचायत सदस्य जर्नादन वर्मा,ब्लाक प्रमुख जगदेव चौधरी चेयर मैन दुर्गेश कुमार सोनी आदि लोग मौजूद रहे।
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