गोंडा में नगर पालिका के खाते में चार करोड़ रुपये डंप, विकास के इंतजार में बीत गए छह माह
गोंडा में नगर पालिका के खाते में चार करोड़ रुपये डंप हैं, जिससे विकास कार्य बाधित हो गए हैं। छह महीने बीत जाने के बाद भी इन पैसों का उपयोग नहीं हो सका ...और पढ़ें

नगर पालिका के खाते में चार करोड़ रुपये डंप।
संवाद सूत्र, गोंडा। नगर पालिका परिषद में चार करोड़ रुपये छह माह से डंप हैं। पहले परियोजनाओं की स्वीकृति देरी हुई, इसके बाद निविदा प्रक्रिया भी अभी तक शुरू नहीं हो सकी है। ऐसे में नागरिकाें को विकास के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
नगर पालिका परिषद गोंडा 27 वार्डों में करीब ढाई लाख आबादी रहती है। शहर के विकास को लेकर वित्तीय वर्ष 2025-26 में केंद्रीय वित्त आयोग से विकास मद में छह माह पूर्व चार करोड़ रुपये आवंटित हुए थे।
यहां तैनात ईओ संजय कुमार मिश्र का तबादला गैर जनपद हो गया था। नगर विकास विभाग अभी तक यहां ईओ की तैनाती नहीं कर सका है। यहां के ईओ का अतिरिक्त प्रभार एसडीएम के पास है।
उक्त धनराशि से निर्माण संबंधित कार्य कराए जाने हैं। सभासदों से प्रस्ताव आमंत्रित करने के बाद पहले परियोजना बनाई गई, इसके बाद जिला स्तरीय समिति से स्वीकृति कराई गई।
करीब एक माह बीतने के बावजूद स्वीकृति परियोजनाओं पर कार्य कराने के लिए निविदा आमंत्रित नहीं की जा सकी है। उक्त धनराशि से विकास कार्य कराने के लिए 80 परियोजनाएं बनाई गई हैं, जिनमें तीन बड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।
जलनिकासी के लिए मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में नाला निर्माण, शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज के सामने नाला निर्माण व कर्बला रोड का निर्माण प्रमुख है।
अवर अभियंता निर्माण निशा त्रिपाठी का कहना है कि केंद्रीय वित्त आयोग के कार्योें की निविदा जल्द लगने वाली है। आवश्यक कार्यवाही पूरी कर ली गई है।
शहर के विकास को लेकर गंभीर नहीं हैं जिम्मेदार- शाहिद अली
सभासद संघ के अध्यक्ष शाहिद अली कुरैशी का कहना है शहर के विकास को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं हैं। यहां प्रस्ताव देने के छह माह बाद तक कुछ पता ही नहीं चलता है। हालात यह है कि बोर्ड बैठक भी नहीं हो पा रही है। सड़क, बिजली व पानी की समस्या है, लेकिन कोई पूछने वाला नहीं हैं।

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