Gonda News: 10 हजार शिक्षकों को एक परिसर में नहीं मिला लेखा कार्यालय, हो रही परेशानी
Gonda News | गोंडा में जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद लेखा कार्यालय का स्थानांतरण नहीं हुआ। कार्यालय बीएसए कार्यालय से दूर होने के कारण 10 हजार शिक्षकों को परेशानी हो रही है। आरोप है कि लेखा कार्यालय में अनियमितताओं के डर से स्थानांतरण नहीं हो रहा है। अधिकारी स्थानांतरण के लिए स्थाई लेखाधिकारी की नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, गोंडा। बीते नौ अप्रैल को तत्कालीन जिलाधिकारी ने अंतिम चेतावनी पत्र जारी करते हुए 15 अप्रैल तक हर हाल में वित्त एवं लेखाधिकारी अधिकारी कार्यालय बेसिक शिक्षा का संचालन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में किए जान का आदेश दिया था, लेकिन चार माह बीतने के बाद भी ऐसा नहीं हो सका।
वर्तमान में लेखा कार्यालय बीएसए कार्यालय से लगभग तीन किलोमीटर दूर कंपोजिट विद्यालय जानकी नगर में संचालित किया जा रहा है। बीएसए व लेखा कार्यालय का फासला अधिक होने के कारण लगभग 10 हजार अध्यापकों, शिक्षामित्रों व विभागीय कर्मियों को विभिन्न समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सूत्र के मुताबिक लेखा कार्यालय में फैले मकड़जाल के राजफाश होने की आशंका में लेखा कार्यालय बीएसए कार्यालय में संचालित नहीं किया जा रहा है।
पंतनगर स्थित जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय परिसर में ही विभागीय वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय संचालन की कवायद गत दो वर्ष पूर्व तेज हुई। तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय कंपोजिट विद्यालय जानकी नगर से हटाकर बीएसए कार्यालय परिसर में संचालन के लिए लेखाधिकारी को पत्र लिखा, लेकिन लेखाधिकारी स्तर से इसको लेकर केवल समय मांगा गया।
अंतिम चेतावनी के बाद गत 21 जनवरी को कंपोजिट विद्यालय में संचालित लेखा कार्यालय में बीएसए स्तर से ताला बंद कर दिया गया। आश्वासन के दो दिन बाद ताला खोला गया। इसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने गत नौ अप्रैल को पत्र लिखकर लेखा कार्यालय स्थानांतरित किए जाने का आदेश दिया।
इसके बाद फिर लेखाधिकारी द्वारा विभिन्न समस्या बताकर समय मांगा। इसी दौरान बीएसए कार्यालय परिसर में वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय को भी तैयार करा दिया गया। वर्तमान में वहां ताला लटक रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी का कहना है कि लेखा कार्यालय स्थानांतरित करने के लिए कई बार पत्र लिखा जा चुका है।
स्थाई लेखाधिकारी की तैनाती के बाद हो सकेगी कार्रवाई
सहायता प्राप्त लघु माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों व कर्मियों की तैनाती संबंधी एसआइटी सहित विभिन्न स्तर से जांच चल रही है। ऐसे जब तक स्थाई वित्त एवं लेखाधिकारी की तैनाती नहीं होती तब तक अभिलेखों के स्थानांतरण में दिक्कत आ सकती है। स्थाई वित्त एवं लेखाधिकारी की तैनाती होने के बाद ही कार्यालय स्थानांतरण की कार्रवाई संभव है।
- गिरीश चंद्र, प्रभारी वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा
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