यहां गलत बिलिग से उपभोक्ता परेशान, अफसर अनजान
उपभोक्ताओं की शिकायतों पर संज्ञान नहीं ले अफसर चेक मीटर लगवाने की बात कहकर दौड़ाए जा रहे लोग
गोंडा : जानकीनगर के रवींद्र कुमार गुप्ता के घर इलेक्ट्रानिक मीटर लगा है। लाइट न जलाने के बाद भी मीटर प्रतिदिन आठ यूनिट बिजली की खपत दिखा रहा है। कर्नलगंज के लालमणि शुक्ल भी कुछ इसी तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है कि हर महीने बिजली बिल जमा करते हैं। इंटरनेट पर उनका 12 हजार रुपये बकाया है लेकिन, मीटर रीडिग कराने पर यह राशि 60 हजार हो जाती है। ये चंद लोग बानगी भर हैं। सैकड़ों की संख्या में उपभोक्ता इस तरह की समस्या लेकर उपकेंद्रों का चक्कर काट रहे हैं।
जिले में चार विद्युत वितरण खंड संचालित हैं। 3.80 लाख उपभोक्ता हैं। विभाग ने अभियान चलाकर अधिकतर उपभोक्ताओं के घर मीटर लगवा दिया है। इसमें तमाम उपभोक्ता मीटर को लेकर परेशान हैं। वह उपकेंद्र के साथ ही उपखंड व अधिशासी अभियंता कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। शिकायत करते हैं लेकिन, जिम्मेदार उस पर संज्ञान नहीं ले रहे हैं। इससे लोग भाग दौड़ करने को विवश हैं।
भटकने को मजबूर हैं उपभोक्ता
- बिजली मीटर उपभोक्ताओं के लिए समस्या का सबब बना हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में मीटर रीडर नहीं जाते हैं। नगर में मीटर के अधिक रीडिग बताने की दिक्कत है। इस समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। इससे लोग भटकने का मजबूर हैं।
बोले जिम्मेदार
- देवीपाटन मंडल के मुख्य अभियंता रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि उपभोक्ताओं की मीटर संबंधी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। अधिशासी अभियंताओं से रिपोर्ट तलब कर रहे हैं। इस तरह की शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं के घर चेक मीटर लगवाया जाएगा।

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