Gonda: सरकारी मशीनरी का प्रयोग कर मतदाता सूची में नाम घटाने व बढ़वाने पर नपाप अध्यक्ष के पति पर मुकदमा दर्ज
कर्नलगंज में नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष के पति पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है। अधिशासी अधिकारी ने कोतवाली में अभिलेखों में हेराफेरी व आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। ये कार्रवाई कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद अधिशासी अधिकारी की तहरीर पर हुई है।

गोंडा, संवाद सूत्र। सरकारी मशीनरी व तंत्र का प्रयोग करके मतदाता सूची में नाम घटाने व बढ़वाने के मामले में नगर पालिका परिषद अध्यक्ष कर्नलगंज की रजिया खातून के पति शमीम अच्छन के खिलाफ धोखाधड़ी व आइटी एक्ट के तहत एफआइआर कराई गई है। ये कार्रवाई तीन सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद अधिशासी अधिकारी की तहरीर पर हुई है।
शुक्रवार की रात करीब नौ बजे एसडीएम हीरालाल, कोतवाल सुधीर कुमार सिंह के साथ राजस्व व पुलिस कर्मी नगर पालिका परिषद कर्नलगंज के कार्यालय पहुंचे। यहां अलग-अलग कक्ष में रात दो बजे तक छापेमारी हुई। गड़बड़ी की आशंका पर लेखा अनुभाग, कंप्यूटर कक्ष व नगर पालिका अध्यक्ष का कक्ष सील कर दिया गया है। साथ ही उसकी निगरानी के लिए पुलिस का पहरा भी लगा दिया गया है।
अधिशाषी अधिकारी (ईओ) प्रियंका मिश्रा का कहना है कि उनकी जानकारी में उक्त कार्य नहीं हो रहा था। उन्होंने एसडीएम को लिखित पत्र देकर अवगत भी कराया है। छापेमारी की सूचना पर लोगों की भीड़ जुटी रही। मामले की जांच तीन सदस्यीय कमेटी से कराई गई।
एसडीएम ने कहा कि तीन सदस्यीय टीम की जांच के दौरान पाया गया कि नगर पालिका अध्यक्ष के पति शमीम अच्छन सरकारी मशीनरी व तंत्र का प्रयोग कर मतदाता सूची में परिवर्धन, अपमार्जन व संशोधन का कार्य करा रहे थे। अधिशाषी अधिकारी ने धोखाधड़ी व आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
पालिका अध्यक्ष के प्रतिष्ठान पर दिन में पड़ा था छापा : नगर पालिका परिषद अध्यक्ष के प्रतिष्ठान भारत टावर पर शुक्रवार की शाम को भी तहसीलदार व प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने छापेमारी की थी। इस दौरान कोई साक्ष्य न मिलने का दावा जांच टीम ने किया था।
सत्तापक्ष के दबाव में मेरा हो रहा उत्पीड़न : पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष व वर्तमान अध्यक्ष के पति शमीम अच्छन का कहना है कि शासन-सत्ता का दुरुपयोग कर परेशान किया जा रहा है। मतदाताओं की आनलाइन फीडिंग हो रही थी। कोई ऐसा कार्य नहीं हो रहा था, जो गलत हो। सिर्फ बदनाम करने की साजिश है। कहा कि आफलाइन से अधिक पारदर्शिता आनलाइन मतदाता फीडिंग में है।
पूर्व चेयरमैन ने कहा कि सत्तापक्ष के झूठे आरोप से उनका मनोबल गिराने व जनता को भयभीत करने का कुचक्र रचा जा रहा है। सत्ता पक्ष के दबाव में एसडीएम ने अध्यक्ष के कक्ष को सीन कर दिया, जो गलत है। वह आगामी चुनाव में प्रत्याशी के साथ ही समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी हैं। इसलिए मेरा उत्पीड़न करने के साथ ही छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।

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