कौशल विकास मिशन में रोजगार के नाम पर फर्जीवाड़ा
गोंडा : कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण के बाद रोजगार दिलाने का दावा करने वाली प्रशि
गोंडा : कौशल विकास मिशन के तहत प्रशिक्षण के बाद रोजगार दिलाने का दावा करने वाली प्रशिक्षण संस्थाओं के आंकड़े में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। चालू सत्र में संस्थाओं ने प्रशिक्षण के बाद निजी कंपनी में 391 युवाओं को रोजगार दिलाने की रिपोर्ट भेजी थी। सत्यापन में 113 प्रतिभागी ही रोजगार करते हुए पाए गए। फर्जी आंकड़ेबाजी को लेकर प्रशिक्षण केंद्र संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
कौशल विकास मिशन के तहत चालू वित्तीय वर्ष 2018-19 में 3578 प्रशिक्षार्थियों को हुनरमंद बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। केंद्र संचालकों ने 553 युवाओं को प्रशिक्षण देने के साथ ही 391 को रोजगार दिलाने का दावा किया था। संस्थाओं के दावे की हकीकत जानने के लिए विभागीय सत्यापन कराया गया। जिसमें 391 में सिर्फ 113 युवा ही रोजगार में लगे हुए पाए गए। जिला समन्वयक दिनेश कुमार यादव ने प्रशिक्षण देने वाली संस्था फ्रंटलाइन ग्लोबल सर्विस इल्डिको, मेसर्स कंप्यूटर हाऊस व वी.कॉल सॉफ्ट सोल्यूशन प्रा.लि. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
किसने कितना किया दावा, क्या मिला
-फ्रंटलाइन ग्लोबल सर्विस इल्डिको संस्था ने चालू सत्र में 353 युवाओं को प्रशिक्षण देने के साथ ही रोजगार दिलाने का दावा किया था। जांच के दौरान सिर्फ 110 सेवायोजित मिले। जबकि 243 के आंकड़े गलत मिले। कुछ कंपनी से लौट आए तो कुछ बीमार हो गए। मेसर्स कंप्यूटर हाऊस ने 32 को ट्रे¨नग देकर रोजगार देने की सूची भेजी थी, जिसमें तीन लोग ही रोजगार से जुड़े मिले। कुछ लोगों का कंपनी से संपर्क नहीं हो पाया, कुछ न मानदेय कम होने से काम छोड़ दिया। कुछ लोगों को नियुक्ति पत्र ही नहीं मिला। वी.कॉल सॉफ्ट सोल्यूशन संस्था ने छह लोगों के रोजगार का दावा किया था, लेकिन जांच में एक भी नहीं मिले।
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