राम मंदिर ध्वजारोहण के लिए गोंडा से भेजे गए 40 क्विंटल गेंदा और गुलाब, किसानों की लाखों की कमाई हुई
अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम के चलते फूलों की मांग बढ़ गई है। गोंडा के नवाबगंज और वजीरगंज के किसानों ने 40 क्विंटल गेंदा और गुलाब के फूल अयोध्या भेजे, जिससे उन्हें लगभग 4 लाख रुपये की कमाई हुई। किसान नकदी फसल के रूप में फूलों की खेती में रुचि दिखा रहे हैं, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, गोंडा। अयोध्याधाम में भगवान श्रीराम के मंदिर के ध्वजारोहण कार्यक्रम ने फूलों की मांग बढ़ा दी है। नवाबगंज व वजीरगंज क्षेत्र के किसानों ने एक पखवारे में 40 क्विंटल गेंदा व गुलाब के फूलों की आपूर्ति की है, इससे करीब चार लाख रुपये की कमाई हुई है।
अयोध्या से सटे नवाबगंज व वजीरगंज ब्लाक के गांवों में किसानों का रुझान फूलों की खेती के तरफ तेजी से बढ़ा है। किसान नकदी फसल के रूप में गेंदा, गुलाब के साथ ही ग्लैडियोलस की खेती करते हैं।
भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के बाद सबसे अधिक फूलों की मांग अयोध्या हैं। यहां गोंडा के अलावा वाराणसी, जौनपुर के भी किसान व्यापारियों के माध्यम से फूलों की आपूर्ति करते हैं। 25 नवंबर को अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होंगे।
कार्यक्रम स्थल की सजावट व अतिथियों के स्वागत के लिए फूल जुटाए जा रहे हैं। किसानों ने 15 दिनों में 35 क्विंटल गेंदा व करीब पांच क्विंटल गुलाब के फूल की आपूर्ति की है। गेंदा फूल का रेट 80-100 रुपये व गुलाब का फूल 150 रुपये प्रति किलो बिका है।
जिले में फूलों की खेती का क्षेत्रफल
- गेंदा फूल 300 हेक्टेयर
- गुलाब का फूल 100 हेक्टेयर
- ग्लैडियोलस 25 हेक्टेयर
- फूलों की खेती से जुड़े किसान- 1000 किसान
पर्वती गांव के किसान सुनील मौर्य का कहना है कि अयोध्या में कार्यक्रम व सहालग के कारण फूलों की मांग बढ़ी है। इस समय अच्छी कीमत भी मिल रही है। कोयलीजंगल के किसान सुनील सिंह गेंदा के फूल की खेती करते हैं। उनका कहना है कि खेती में परिश्रम लगता है, लेकिन फायदा भी है।
रायपुर के प्रगतिशील किसान शिवकुमार मौर्य का कहना है कि किसानों की परंपरागत खेती से हटकर फूलों के साथ ही अन्य नकदी फसलों की खेती करनी चाहिए। नवाबगंज के खरगूपुर गांव स्थित बालाजी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं गेंदा के फूल की खेती कर रही हैं। उद्यान निरीक्षक गिरीश मिश्र का कहना है कि फूलों की खेती के तरफ किसानों का रुझान बढ़ा है।
नवाबगंज व वजीरगंज के गांवों में किसानों का रुझान फूलों की खेती के तरफ बढ़ा है, इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध होने के साथ ही कमाई भी बढ़ी है।
- रश्मि शर्मा, जिला उद्यान अधिकारी गोंडा

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