बाजार में बकरीद की खरीदारी के साथ बकरों के भाव बढ़े
इन बकरों को लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं और इनकी जमकर बिक्री हो रही है।

बाजार में बकरीद की खरीदारी के साथ बकरों के भाव बढ़े
जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा यानी बकरीद 10 जुलाई को बड़ी अकीदत और एहतराम के साथ मनाई जाएगी। कोरोना के साए में गुजरे पिछले दो सालों के बाद यह पहला मौका है जब बकरीद के त्योहार पर किसी तरह की कोई बंदिश नहीं है। क्षेत्र के बकरा बाजार में हमेशा की तरह इस बार भी अच्छी खासी रौनक है। खानपुर, नायकडीह, अनौनी, बहेरी, दरवेपुर व रामपुर में नए-नए किस्म के बकरे आए हुए हैं। इन बकरों को लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं और इनकी जमकर बिक्री हो रही है।
बाजार में इस साल दस हजार से लेकर एक लाख रुपये तक की कीमत के बकरे मौजूद हैं। खरीदारों का मानना है कि बकरों की कीमत दो सालों में करीब दो गुना तक बढ़ गई है। बकरों के साथ ही सेवई और कपड़ों के बाजार में भी महंगाई चढ़ी हुई है। बकरीद को लेकर की जाने वाली खरीददारी पर इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। लोग महंगाई की मार से बेफिक्र होकर जमकर खरीदारी कर रहे है। बकरों के दाम इस बार आसमान छू रहे हैं तो कपड़ों के बाजार में नामी गिरामी सीरियल्स वाली ड्रेसेज की जमकर डिमांड है। इस बार कई किस्म की सेवइयां भी बिक रही हैं। बीते दो सालों में बकरीद का त्यौहार कोरोना की महामारी के कारण सिर्फ रस्म अदायगी के तौर पर मनाया जा रहा था। इस बार लोग खुलकर बकरीद मनाने की तैयारी कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों के दिये गए दिशा-निर्देश और संदेश को मौलवी-मौलानाओं द्वारा लोगों को दिया जा रहा है। खुले और नए जगहों पर प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी के लिए मना किया जा रहा है।
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