Updated: Tue, 03 Jun 2025 05:29 PM (IST)
गाजीपुर के सादात क्षेत्र में दो युवकों संदीप गुप्ता और दिलीप कन्नौजिया की आजमगढ़ के पास संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनके शवों पर चोटों के निशान थे जिससे परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस की शुरुआती जांच में लापरवाही सामने आई है। दोनों युवक एक शादी समारोह में शामिल होने आए थे।
संवाद सूत्र, सादात (गाजीपुर)। शादियाबाद क्षेत्र के खुटही गांव के दो युवकों की आजमगढ़ जनपद के तरवां थाना क्षेत्र के फद्दोपुर गांव के पास सोमवार की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। दोनों युवक संदीप गुप्ता व दिलीप कन्नौजिया का मंगलवार की भोर में शव घर आने पर स्वजन में कोहराम मच गया। बाइक से गए दोनों युवकों के सिर व चेहरे खून से लथपथ मिले थे। शरीर के अन्य जगहों पर कहीं गंभीर चोट के निशान नहीं पाये जाने पर स्वजन ने हत्या की आशंका जताया है।
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हैरानी की बात है कि तरवां पुलिस ने दोनों शवों को स्वजन को सौंप दिया। शादियाबाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की है। खुटही गांव निवासी स्व किशोर गुप्ता का 22 वर्षीय पुत्र संदीप गुप्ता व पड़ोसी शिवचंद कनौजिया का 20 वर्षीय पुत्र दिलीप कन्नौजिया सोमवार की शाम छह बजे एक बाइक पर सवार होकर सादात बाजार जाने के लिए घर से निकले थे। पता नहीं किन परिस्थितियों में सादात से करीब 30 किमी दूर आजमगढ़ जनपद के तरवां थाना क्षेत्र के फद्दोपुर गांव के पास पहुंच गए। वहां पर दोनों सड़क किनारे घायलावस्था में तरवां थाना की पुलिस को मिले थे। पुलिस ने दोनों को एंबुलेंस बुलाकर पीजीआइ चक्रपानपुर में भर्ती कराया।
जेब से मिले मोबाइल पर संपर्क करने पर दोनों के स्वजन रात में घटना का पता चला। प्रधान प्रतिनिधि नागेंद्र सिंह पप्पू सहित काफी संख्या में लोग पीजीआइ चक्रपानपुर पहुंचे, जहां पर संदीप गुप्ता मृत पड़ा था, जबकि दिलीप कन्नौजिया गंभीर अवस्था में था। उसे ट्रामा सेंटर वाराणसी भेजा गया लेकिन वहां पर दिलीप की मौत हो गई।
आजमगढ़ पुलिस ने घटना की जांच किए बिना ही दोनों शवों को स्वजन को सौंप दिया। खुटही गांव में शव को लेने जब शादियाबाद पुलिस के उपनिरीक्षक आनंद गुप्ता पहुंचे तो वह भी हैरान थे कि घटनास्थल आजमगढ़ जनपद में है तो वहां की पुलिस ने बिना किसी जांच के शवों को स्वजन को कैसे सौंप दिया। गांव के प्रधान प्रतिनिधि नागेंद्र सिंह पप्पू ने पुलिस को बताया कि दोनों शवों के चेहरे व सिर पर ही चोटें है। अन्य कहीं भी शरीर पर चोटें नहीं आई है। इसका खुलासा अवश्य किया जाय।
शादी समारोह में शामिल होने आए थे युवक
घर से सादात बाजार जाने के लिए कह कर निकले दोनों युवक किन परिस्थितियों में वहां चले गए सभी हैरान हैं। दोनों पड़ोसी के अलावा आपस में दोस्त थे। संदीप गुप्ता तीन भाइयों में सबसे छोटा था। मुंबई में रहकर फल बेचने का काम करता था। वह कुछ दिनों पहले ही अपने साथी दिलीप के बड़े भाई श्यामसुंदर की 23 मई को हुई शादी में शामिल होने आया था। वहीं दिलीप कन्नौजिया चार भाइयों में तीसरे नंबर पर था। वह मंडप वगैरह सजाने का काम करता था। घर वालों के अनुसार वह सोया हुआ था उसे संदीप जबरदस्ती उठा कर अपने साथ ले गया था।
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