ट्रेनों का पूरी तरह परिचालन न होने से बढ़ गई दुकानदारों की तंगहाली
जागरण संवाददाता मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) कोरोना संक्रमण के चलते काफी दिनों से कई ट्रेनों का परिचालन नहीं होने से स्टेशन के दुकानदारों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है।
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : कोरोना संक्रमण के चलते काफी दिनों से कई ट्रेनों का संचालन बंद होने के बाद कुछ स्पेशल ट्रेनों को शुरू किया गया, लेकिन उसका भी ठहराव प्रत्येक स्टेशन पर नहीं हो रहा है। इसके चलते वहां के दुकानदारों का कारोबार ठप हो गया है। बलिया, गाजीपुर वाराणसी रूट पर सुबह बलिया से दो ईएमयू सवारी गाड़ी वाराणसी के लिए व वाराणसी से दो सवारी गाड़ियों को चलाया जाता था। उक्त ट्रेनों का ठहराव इलाके के शहबाजकुली, यूसुफपुर, ढोढ़ाडीह,करीमुद्दीनपुर व ताजपुर डेहमा स्टेशनों पर होता था। इससे यात्री बीमारी का इलाज या अन्य कार्यों के लिए समय से वाराणसी या अन्य जगहों तक पहुंच जाते थे।
इसके अलावा इस रूट की सबसे महत्वपूर्ण ट्रेन छपरा-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन होता था, इससे लोग आसानी से लखनऊ तक यात्रा करते थे। वहीं दिल्ली, मुबंई, दुर्ग आदि जगहों के लिए स्वतंत्रता सेनानी, पवन एक्सप्रेस, सारनाथ एक्सप्रेस, सद्भावना एक्सप्रेस आदि का भी संचालन होता रहा है। वर्तमान में स्वतंत्रता सेनानी, पवन एक्सप्रेस, सारनाथ एक्सप्रेस, सद्भावना एक्सप्रेस को स्पेशल ट्रेन के रूप में संचालित किया जा रहा है, जिनका ठहराव कुछ प्रमुख स्टेशनों पर ही होता है। वहीं यात्रियों को आवागमन में भी समस्या हो रही है।
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- करीब 10 माह से अधिक समय से ट्रेनों का संचालन बाधित है। जो चल रही है, उससे नाम मात्र के सवारी आवागमन कर रहे हैं। इससे दुकानदारी पूरी तरह से ठप है।
-गोपाल खरवार, दुकानदार यूसुफपुर स्टेशन। - उम्मीद लगाए बैठे थे कि परिचालन शुरू होगा मगर अब धैर्य जवाब देने लगा है। रेलवे को जमीन का किराया देना व परिवार का भरण पोषण कैसे होगा समझ में नहीं आ रहा है।
-प्रेम गुप्ता दुकानदार, यूसुफपुर स्टेशन। कोरोना संक्रमण के चलते सवारी गाड़ी के बंद होने के बाद शुरू न हो पाने के चलते इस स्टेशन पर कोई ट्रेन नहीं रुक रही। सवारी न आने से दिन भर बैठकर बिताना पड़ रहा है।
- दिलीप कुमार, दुकानदान ढोढ़ाडीह स्टेशन। - गाड़ियों के नहीं चलने से बड़ा झटका हम दुकानदारों को लगा है। आज तक हमारे स्टेशन पर रुकने वाली सवारी गाड़ी का संचालन नहीं हो सका। यात्री नहीं आ रहे हैं। दुकानदारी चौपट हो गई है।
-बिहारी प्रसाद, दुकानदार ढोढ़ाडीह स्टेशन।