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    कान में ईयरफोन लगाकर ट्रैक पार कर रहा था शिक्षक, ट्रेन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 06:12 PM (IST)

    गाजीपुर के दुल्लहपुर में सुबह टहलते समय शिक्षक वरुण कुमार की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। वह रेलवे लाइन पार कर रहे थे तभी वाराणसी-मऊ इंजन की चपेट में आ गए। ईयरफोन लगे होने के कारण उन्हें ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई दी। वरुण कुमार प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक थे। घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई की और परिजनों को सूचित किया।

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    कान में ईयर फोन का लीड लगाकर लाइन पार कर रहे शिक्षक की ट्रेन से कटकर मौत

    जागरण संवाददाता, दुल्लहपुर (गाजीपुर)। शुक्रवार की सुबह में नियमित रूप से टहलने निकले शिक्षक वरुण कुमार (33) की रेलवे लाइन क्रॉस करते समय वाराणसी से मऊ की तरफ जा रहे इंजन की चपेट में आने से मौत हो गई। वह प्राथमिक विद्यालय अमारी में सहायक अध्यापक थे, जो अभी तक अविवाहित थे।

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    हादसे के समय शिक्षक कान में ईयर फोन की लीड लगाए हुए थे। इसके चलते उन्होंने ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई दी। अंधेरा होने के कारण एक घंटे तक शव ट्रैक पर पड़ा रहा। हादसे में सिर गर्दन तथा पैर पर चोट लगी थी।

    मरदह क्षेत्र के मटेहू गांव के मूल निवासी वरुण कुमार का परिवार लगभग 30 वर्ष पूर्व दुल्लहपुर में आकर बस गया । उनके पिता मुसाफिर राम प्रयागराज में परिवहन विभाग में चालक के पद से सेवा निवृत हो चुके हैं। मां मुराती देवी स्टेशन रोड पर गुमटी में झाड़ू बेचती है।

    उनका परिवार वर्तमान में दुल्लहपुर (देवा चौबेपुरा) के पास मकान बनवाकर रहता है। शिक्षक वरुण कुमार प्रतिदिन भोर में टलते थे। ईयरफोन कान में लगाकर भजन सुनते थे। शुक्रवार की तड़के टहलने के दौरान स्थानीय रेलवे स्टेशन के पोल संख्या 88 के पास वाराणसी से मऊ की तरफ जा रहे इंजन की चपेट में आकर कट गए।

    इंजन के चालक ने हार्न बजाया, लेकिन कान में लीड होने के कारण वह सुन नहीं सके। अंधेरा होने के चलते शव एक घंटे तक ट्रैक पर ही पड़ा रहा। प्लेटफार्म पर टहलने वाले लोगों ने ट्रैक पर शव देखा और पहचान वरुण कुमार के रूप में की। वह प्राथमिक विद्यालय अमारी में सहायक अध्यापक थे। 2016 में उनकी नियुक्ति हुई थी।

    वरुण कुमार दो भाई व तीन बहनों में दूसरे नंबर पर थे। पिता, छोटी बहन व मां मुराती देवी स्टेशन पहुंचे। औडिहार जीआरपी प्रभारी अभिषेक पांडे, कांस्टेबल सुशील चंद व राजकुमार ने शव को ट्रैक से हटाया।

    ग्राम प्रधान दुल्लहपुर हरिओम मद्धेशिया व देवा गांव के प्रधान प्रतिनिधि दीपक चौरसिया, प्राथमिक शिक्षक संघ के जखनियां क्षेत्र के अध्यक्ष हरेंद्र यादव सहित काफी संख्या में शिक्षक मौके पर पहुंच गए।

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