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    Sonam Raghuwanshi : वाराणसी से गोरखपुर जाने वाली थी सोनम रघुवंशी, वाराणसी रोडवेज बस स्टैंड पर दो लोग आए थे छोड़ने

    Sonam Raghuwanshi सोनम ने इसके बाद उजाला से फोन मांगा। उजाला ने अपना मोबाइल दे दिया। इसके बाद उसने कोई नंबर डायल किया और सेव भी किया लेकिन बाद में उसे डि‍लीट कर दिया। उजाला ने बताया कि अगर मैं जान जाती कि वही सोनम है तो मैं तुरंत डायल 112 को काल कर देती। बताया कि वह ठीक मेरे बगल में बैठी थी लेकिन मैं पहचान नहीं पाई।

    By Abhishek Srivastava Edited By: Dharmendra Pandey Updated: Sun, 15 Jun 2025 03:58 PM (IST)
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    राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी

    संवाद सहयोगी, जागरण, गाजीपुर : मेघालय के शिलांग में हुई हाइप्रोफाइल राजा रघुवंशी हत्याकांड से जुड़ी एक और नई कहानी सामने आई है। राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता उसकी पत्नी सोनम रघुवंशी तो वाराणसी से गोरखपुर जाने वाली थी, लेकिन वह गाजीपुर पहुंच गई।

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    सोनम रघुवंशी वाराणसी से गाजीपुर कैसे पहुंची। इसकी पूरी कहानी सैदपुर थाना के होलीपुर की उजाला यादव ने बताई है। उजाला यादव आठ जून की रात उसी बस में सवार थी में जिसमें सोनम रघुवंशी बैठी थी। खिड़की वाली सीट पर सोनम थी तो उसके बगल में उजाला बैठी थी।

    उजाला यादव ने बताया कि वह लखनऊ में पढ़ाई करती है। उनके घर में एक व्यक्ति की मौत होने के कारण वह लखनऊ से वाराणसी कैंट स्टेशन पर पहुंची थी। वहीं उजाला की सोनम रघुवंशी से मुलाकात हुई। सोनम ने उजाला से पूछा कि यहां से गोरखपुर के कोई ट्रेन मिलेगी तो उजाला ने कहा कि बगल में बस स्टैंड हैं वहां गोरखपुर के लिए बस मिल जाएगी। इसके बाद कैंट स्टेशन से करीब सौ मीटर दूर रोडवेज बस स्टैंड पर आई। वह सात नंबर प्लेटफार्म पर आकर गोरखपुर जा रही बस में बैठ गई।

    उजाला ने बताया कि कुछ देर बाद सोनम भी आई और मेरे बगल में बैठ गई। रोडवेज स्टैंड पर जब वह पहुंची तो उसे दो लोग छोड़ने आए थे। सोनम ने उजाला से पूछा कि गोरखपुर जाने में कितना समय लगेगा। उजाला ने बताया कि करीब चार घंटे। उस समय रात के 11 बज रहे थे। इसके बाद सामने बैठे एक युवक से मोबाइल मांगा, लेकिन उन्होंने नहीं दिया।

    सोनम ने इसके बाद उजाला से फोन मांगा। उजाला ने अपना मोबाइल दे दिया। इसके बाद उसने कोई नंबर डायल किया और सेव भी किया, लेकिन बाद में उसे डि‍लीट कर दिया। उजाला ने बताया कि अगर मैं जान जाती कि वही सोनम है तो मैं तुरंत डायल 112 को काल कर देती। बताया कि वह ठीक मेरे बगल में बैठी थी, लेकिन मैं पहचान नहीं पाई। उसे देखने से भी ऐसा नहीं लग रहा था कि वह मर्डर करके आई है। बताया कि वह करीब एक घंटे तक मेरे साथ रही।

    इस दौरान में इंस्टाग्राम पर वीडियो देख रही थी बार-बार सोनम रघुवंशी के फरार होने का वीडियो आ रहा था। इस पर सोनम ने उजाला से कहा कि ऐसा वीडियो नहीं देखते हैं। सैदपुर के आगे नसीरपुर पेट्रोल पंप उजाला उतर गई। उजाला ने बताया कि नौ जून की सुबह जब उसने न्यूज में देखा कि सोनम रघुवंशी गिरफ्तार हो गई और फोटो देखा तो उसे याद आया कि यह तो वही लड़की है, जो बस में मेरे बगल में बैठी थी।

    उजाला ने बताया कि उसने एसपी कार्यालय काल किया और राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी का नंबर मांगकर उनसे बात भी की और उन्हें पूरे घटना क्रम के बारे में भी बताया।