Sonam Raghuwanshi News: राजा रघुवंशी हत्याकांड में नया मोड़, प्लानिंग से गाजीपुर पहुंची थी सोनम
इंदौर के राजा राजवंशी हत्याकांड में लापता पत्नी सोनम का गाजीपुर कनेक्शन सामने आया है। वह नंदगंज के एक ढाबे पर मिली जिससे कई सवाल उठ रहे हैं। पुलिस जांच कर रही है कि सोनम गाजीपुर क्यों आई और उसकी मदद किसने की। अफवाहें हैं कि वह पहले से ही गाजीपुर में थी।

संवाद सहयोगी, जागरण गाजीपुर। इंदौर के हाईप्रोफाइल राजा राजवंशी मर्डर केस में 17 दिन से लापता पत्नी सोनम रघुवंशी का गाजीपुर आना इत्तेफाक नहीं हो सकता है। इसके पीछे हत्याकांड के साजिशकर्ताओं की सोच व शातिरपना रहा है। सोनम फोरलेन के ढाबे पर सामने से नहीं बल्कि नंदगंज अंदर जाने वाले मार्ग से यह पहुंची थी।
इसके अलावा शातिरों को पता था कि हाईवे के आस-पास के ढाबे रात में बंद रहते हैं, जबकि एकमात्र काशी चाय जायका खुला रहता है। संभावना है कि मुख्य आरोपित राज कुशवाहा का कोई करीबी यहां है। दूसरा सवाल यह भी है कि अगर वह इंदौर से बनारस पहुंची तो गाजीपुर आने में उसकी मदद किसने की? जिस तरह से उसने ढाबा पर पहुंचकर अपने को पीड़ित बताया उससे यह भी संकेत मिलता है कि कहीं न कहीं राजा रघुवंशी हत्याकांड से बचने के प्लान का यह हिस्सा हो सकता है।
सोनम रघुवंशी रविवार की देर रात आंकुशपुर ढाबे पर मिली, इसके बाद सोमवार को पूरे दिन सुर्खियों में बनी रही। इसको लेकर मंगलवार को भी तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं। राजा रघुवंशी हनीमून मर्डर केस का तार गाजीपुर से जुड़ जाने के बाद यहां की पुलिस व प्रशासन भी हलकान रही।
इसी बीच मंगलवार को अफवाहें उड़ने लगी सोनम रघुवंशी दो दिन पहले ही गाजीपुर आ गई थी और किसी गांव में रुकी हुई थी। अपने प्लान के अनुसार रविवार की देर रात नंदगंज के आंकुशपुर स्थित काशी चाय जायका ढाबा पर पहुंची और अपने को पीड़ित बताने लगी। काशी चाय जायका 24 घंटे खुला रहता है, इसीलिए उसके उसे चुना। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है यह तो मेघालय पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
सोनम गाजीपुर क्यों आई, इसके साथ कौन था? सवाल अब भी अनसुलझा है। सोनम रघुवंशी के गाजीपुर आने और ढाबे तक पहुंचने की गुत्थी सुलझ नहीं सकी है। अन्य गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ में सोनम के साजिश में शामिल होने की पुष्टि हो गई है तो वहीं सोनम के कुबूलनामे का सभी को इंतजार है।
सोनम के गाजीपुर तक आने के रास्ते में और कौन से पड़ाव शामिल रहे और सोनम आधी रात को नंदगंज के आंकुशपुर स्थित काशी चाय जायका ढाबे पर पैदल और बिना किसी सामान के कैसे और क्यों पहुंची इस प्रश्न का जवाब नहीं मिल सका है।
ढाबा संचालक साहिल यादव के अनुसार रात में वह फोरलेन पर सामने से ढाबे पर नहीं, बल्कि पीछे से आयी। देखने से ऐसा लग रहा था कि उसने कपड़ा हाल-फिलहाल में बदला है। ऐसे में इस संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि उसे कोई क्षेत्र का जानकार छोड़ गया हो।

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