राशन कार्ड के लिए रिक्त स्थानों पर जीरो पावर्टी व कुष्ठ रोगियों को मिलेगी प्राथमिकता
गाजीपुर में, नगरीय क्षेत्र में 6221 और ग्रामीण क्षेत्र में 34,353 यूनिट रिक्त हैं। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि इन रिक्त यूनिटों का लाभ जीरो पा ...और पढ़ें

नगरीय क्षेत्र में 6221 यूनिट तथा ग्रामीण क्षेत्र में 34,353 यूनिट रिक्त
मई से अगस्त 2025 के बीच जारी कार्डों की प्राथमिकता पर कराएं ई-केवाईसी
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। जनपद स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने ली। जिला पूर्ति अधिकारी अनंत प्रताप सिंह ने वर्तमान में संचालित खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण से जुड़ी योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया।
बताया कि जनपद के नगरीय क्षेत्रों में 6221 यूनिट तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 34,353 यूनिट वर्तमान में रिक्त चल रही हैं। इस रिक्त यूनिट का लाभ जीरो पावर्टी योजना के अंतर्गत जूता-मोजा आदि की सब्सिडी प्राप्त कर रहे तथा राशन कार्ड बनने से शेष कुष्ठ रोगियों को प्राथमिकता के आधार पर राशन कार्ड जारी करने में दिया जा रहा है।
पिछले तीन माह में न्यूनतम खाद्यान्न वितरण करने वाले ब्लाकों की समीक्षा में भदौरा, रेवतीपुर और जमानियां सबसे पीछे पाए गए। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित पूर्ति निरीक्षकों से जवाब-तलब किया और निर्देश दिया कि नियमानुसार कार्डधारकों को खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित कराया जाए।
राशन न मिलने की शिकायत मिलने पर संबंधित विक्रेता के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए। ई-केवाईसी की समीक्षा में बताया गया कि जनपद प्रदेश में 31वें स्थान पर है और स्टेट एवरेज से ऊपर है, बावजूद इसके 2,38,913 यूनिटों की ई-केवाईसी अभी शेष है।
छह ब्लाकों में ई-केवाईसी की प्रगति बेहद कम पाई गई। उचित दर दुकानों के माध्यम से शत-प्रतिशत ई-केवाईसी पूर्ण कराने का निर्देश दिया। मई 2025 से अगस्त 2025 के बीच जारी नए कार्डों की ई-केवाईसी प्राथमिकता से कराने का निर्देश दिए।
मृतक, शादी-शुदा एवं विस्थापित यूनिटों को जांच के बाद विलोपित कर पात्र परिवारों को नए राशन कार्ड जारी करें। मनरेगा से वित्तीय वर्ष 2024-25 व 2025-26 में निर्मित होने वाले अन्नपूर्णा भवनों की समीक्षा में जिन ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ। उन पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और उपजिलाधिकारियों को बीडीओ से समन्वय कर गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
वर्तमान में 11 उचित दर दुकानों के पद रिक्त हैं, जिनमें से तीन पर उच्च न्यायालय का स्थगन आदेश है। शेष आठ दुकानों पर नियुक्ति की प्रक्रिया लंबित है। इस पर खंड विकास अधिकारी जखनियां और जमानियां को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए और सभी उचित दर दुकानों की जांच कराने को कहा।

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