पटरी से फिसलन दूर करने पहुंची रेल ग्राइंडिग मशीन
जागरण संवाददाता गहमर (गाजीपुर) पंडित दीनदयाल उपाध्याय व बक्सर रेल लाइन के दानापुर रेल सेक्शन के स्थानीय रेलवे पर फिसलन से निजात दिलाने के लिए रेल ग्राइंडिंग मशीन पहुंची।
जागरण संवाददाता, गहमर (गाजीपुर) : पंडित दीनदयाल उपाध्याय व बक्सर रेल लाइन के दानापुर रेल सेक्शन के स्थानीय स्टेशन पर रेल पटरी में चिकनाहट दूर करने के लिए शुक्रवार को रेल ग्राइंडिग मशीन पहुंची। दो घंटे का ब्लाक लेकर पटरियों को खुरदरा बनाने का काम किया गया है। पटरियों की चिकनाहट दूर करने के लिए चलाए गए रेल ग्राइंडिग मशीन की निगरानी पीडब्लूआइ, टीआइ और सिग्नल विभाग के अधिकारी करते रहे।
रेल ट्रैक पर लगातार ट्रेनों का परिचालन किए जाने से स्टेशन के आसपास की पटरियों की ऊपरी सतह पर चिकनाहट जम गई है। इसके कारण ट्रेनों का पहिया सही तरीके से रेल ट्रैक पर दौड़ नहीं पाता। दिक्कत तब और बढ़ जाती है जब थोड़ी सी भी बारिश हो जाती है। इससे न सिर्फ रफ्तार पर असर पड़ता है बल्कि, हादसे की आशंका भी बढ़ जाती है। चिकनाहटक से फिसलन के कारण ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होता है। ऐसी स्थिति को लेकर रेल ग्राइंडिग मशीन के माध्यम से रेल पटरी के ऊपरी परत को कटिग कर खुरदरा बनाने का काम किया जा रहा है। फिलहाल यह काम यहां कुछ दिनों तक चलेगा। दो घंटे के ब्लाक में लगभग एक किलोमीटर कार्य हुआ। इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही।
विशेष निगरानी में इस कार्य को पूरा किया जा रहा है। रेल ग्राइंडिग मशीन दानापुर जोन में जगह-जगह घूम कर कार्य करती है। ग्राइंडिग उपकरण के संचालन के लिए आधा दर्जन अधिकारी व कर्मचारी लगे हुए हैं।
-उपेंद्र कुमार, रेलपथ निरीक्षक। कोरोना काल छीन ले गया रेलवे स्टेशन की रौनक
जागरण संवाददाता, भदौरा (गाजीपुर) : कोरोना काल रेलवे स्टेशन की रौनक छीन ले गया। देशभर में अनलाक हो चुका है, लेकिन पूर्ण रूप से ट्रेन पटरियों पर दौड़ती नहीं दिख रही हैं। रेलवे स्टेशन पर न चाय - चाय की आवाज गूंज रही है, न ही किताबों का ठिकाना नजर आता है। दिल्ली - हावड़ा मेन लाइन पर पटना - पीडीडीयू रेल खंड के भदौरा रेलवे स्टेशन पर मेमू स्पेशल पैसेंजर ट्रेन का संचालन हो रहा है। मगर यात्रियों को एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव का इंतजार है।
भदौरा रेलवे स्टेशन से मेमू स्पेशल पैसेंजर ट्रेन का आवागमन होता है। 22 मार्च से एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन बंद है। अनलाक होने के बाद रेलवे मंत्रालय ने दिल्ली-हावड़ा के बीच कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है, लेकिन भदौरा स्टेशन पर महज मेमू स्पेशल पैसेंजर ट्रेन का ही स्टाप है।
दूर तक सन्नाटा ही सन्नाटा
मेमू स्पेशल पैसेंजर ट्रेन के गुजरने के बाद भदौरा रेलवे स्टेशन परिसर पर सन्नाटा हो जाता है। लाकडाउन से पहले स्टेशन पर किताबों, अखबार की बिक्री वाले वेंडर रहते थे, लेकिन पिछले दस माह से यात्रियों के अभाव के बीच इनकी आवाज भी गुम हो गई है। स्टेशन की कुर्सियों पर आराम करने के लिए ग्रामीण ठहरते हैं।