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    पेड़ों के औषधीय गुण देते हैं जीवन को सांसें, इन्हें बचाना जरूरी

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 02 Jun 2018 05:41 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, गाजीपुर : पेड़ों के औषधीय गुण जीवन को स्वस्थ सांसें देते हैं। इनके औषधी

    पेड़ों के औषधीय गुण देते हैं जीवन को सांसें, इन्हें बचाना जरूरी

    जागरण संवाददाता, गाजीपुर : पेड़ों के औषधीय गुण जीवन को स्वस्थ सांसें देते हैं। इनके औषधीय गुण शरीर की कई बीमारियां दूर होने के साथ जीवनदायक साबित होते हैं। दैनिक जागरण के कार्यक्रम हमारे जीवनदाता की महत्ता को समझते हुए शनिवार को मुहम्मदाबाद सेंट्रल बार एसोसिएशन के अधिक्ताओं ने परिसर में लगे वृक्ष पर जीवनदाता लिखी पट्टिका को रक्षा सूत्र बांध कर पेड़ की सुरक्षा का संकल्प लिया। बताया कि इन्हें अगर नहीं बचाया तो आने वाले दिनों में धरती पर बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण के चलते जीवन मुश्किल हो जाएगा। पर्यावरण संरक्षण के साथ पेड़ की छांव काफी सुखद एहसास दिलाती हैं। विभिन्न क्षेत्रों में लगे घने पेड़ों की छांव में कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा होने के साथ मांगलिक कार्य भी होते हैं। यहीं नहीं पेड़ पर्यावरण संरक्षण के साथ ही आमदनी का भी बेहतर साधन भी हैं। इसका प्रमाण दे रहे बागवानी कर रहे कई किसान जो पेड़ों को लगाकर प्रति वर्ष उससे काफी अच्छी आमदनी भी करते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर हैं यह वृक्ष

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    औषधीय गुणों के कारण गुणकारी नीम सदियों से भारत में कीट-कृमिनाशी और जीवाणु-विषाणुनाशी के रूप में प्रयोग में लाया जाता रहा है। इसकी छाल, पत्तियां एवं इसके फल बहुत से रोगों को दूर करने में काम आते हैं। इसके दातून के इस्तेमाल से जबड़े मजबूत होने के साथ ही दांत को पायरिया से बचाता है। यही नहीं इसके इस्तेमाल से शरीर के गई चर्म रोगों से निजात मिलती है। इसके अलावा पीपल, तुलसी, आंवला अमरूद, महुआ, जामुन, इमली, अर्जुन आदि कई ऐसे पड़े हैं जिनके अंदर औषधीय गुण समाए हुए हैं। इनका प्रयोग जीवन रक्षक दवाओं को बनाने में किया जाता है। हल्दी के पौधों को खेतों तथा बगान में भी लगाया जाता है। कच्चे हल्दी के रूप में यह सौंदर्यव‌र्द्धक है। हल्दी रक्तशोधक और कफनाशक है । आंवला खाने से शरीर के अंदर विटामिन सी की कमी को दूर करता है। जामुन का फल पेट के कीड़ों को मारने के साथ मधुमेह के रोगियों के लिए काफी लाभदायक होता है। अर्जुन वृक्ष की छाल हृदय रोगियों के लिए रामबाण का काम करती है। इसके शरीर के अंदर केलोस्ट्राल की मात्रा कम होती है और हृदय बेहतर तरीके से काम करने लगता है। जीवनदाता का बोर्ड लगाकर रक्षा सूत्र बांधते अधिवक्ता

    मुहम्मदाबाद : दैनिक जागरण के अभियान से प्रेरित होकर अधिवक्ताओं ने दीवानी न्यायालय परिसर में पेड़ों की रक्षा के लिए लोगों को जागरूक किया। सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव आलोक कुमार राय के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने परिसर के मुख्य गेट पर लगे अशोक के वृक्ष में जीवनदाता लिखी तख्ती लगाया तथा रक्षा सूत्रबांधकर वृक्ष की रक्षा का संकल्प लिया। इसके अलावा परिसर में जगह जगह वृक्ष लगाने व वृक्ष बचाने तथा उससे होने वाले नफा नुकसान से संबंधित स्लोगन लिखे पोस्टर को चिपकाकर लोगों को जागरूक करने का कार्य किया। इस मौके पर श्री राय ने कहा कि मानव जीवन बिना आक्सीजन के संभव नहीं है। यह आक्सीजन हमें वृक्षों से ही प्राप्त होता है, जिस तरह से वृक्षों का अंधाधुंध कटाई की जा रही है। आने वाले समय में यह मानव जीवन के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। अगर मानव जीवन को सही सलामत रखना है तो हमें पेड़ की सुरक्षा का संकल्प लेना होगा। हम संकल्प लेकर कम से कम एक पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा का उपाय करें। अभियान में जैनेश पंकज, मुन्ना यादव, श्रवण कुमार यादव, विजय शंकर राय, संतोष कुमार गुप्ता, अवध बिहारी यादव, श्रीनिवास यादव, सुभाष गुप्ता आदि शामिल थे। सैकड़ों वर्ष पुराने वट वृक्ष के नीचे लगती है चौपाल

    लौवाडीह : स्थानीय गांव में उत्तर की तरफ बरगद का पेड़ लगभग 125 वर्ष पुराना है।आज भी यहां प्रतिदिन लोगो की चौपाल लगती है। खेती, राजनीति हो या अन्य बातें लोगों की खूब भागीदारी होती है। रोज सुबह दोपहर की बैठकी यहां होती है। यही नहीं समय समय पर इस गांव के गुरुजी यहां पर कीर्तन का आयोजन करते है जिसमें गांव के सभी लोगों की भागीदारी होती है। भक्त कीर्तन करते हुए इस वट वृक्ष की परिक्रमा करते हैं। महिलाएं भी यहां वटसावित्री की पूजा प्रतिवर्ष करती है। इस वृक्ष को गांव के प्रथम ग्राम प्रधान अंबिका राय ने अपने बाल्यावस्था में लगाया था। प्रतिदिन पानी डालकर और सुरक्षा कर इस वृक्ष को बड़ा किया। जब वे ग्राम प्रधान हुए लोगों की यह चौपाल लगती थी। आज भी लोग यहां बैठकी का लुत्फ लेते हैं। पेड़ जीवन देने के साथ पहुंचाते आर्थिक फायदा

    मुहम्मदाबाद : पेड़ जीवन देने के साथ ही आर्थिक फायदा ही पहुंचाते हैं। क्षेत्र के हरिबल्लमपुर गांव के युवा अधिवक्ता मुन्ना यादव सात बिस्वा जमीन में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण की मिसाल पेश कर रहे हैं। श्री यादव बाग में आम, नीम, सागौन, शीशम, यूकेलिप्टस, बैर के करीब 50 पेड़ हैं। इसके अलावा खेत की मेड़ों पर करीब 100 सागौन के पौधे लगाए हैं। जो बड़े पेड़ का रूप ले लिया है। बताया कि करीब छह सात वर्ष पूर्व जब बगल के एक व्यक्ति ने दो चार पेड़ लगाया तो वहीं से मन में आया कि क्यों न पेड़ लगाकर हरियाली के साथ साथ आर्थिक लाभ भी कमाया जाए। पेड़ों को लगाने में काफी धन तो खर्च नहीं हुआ केवल देखरेख के चलते पौधों ने पेड़ का स्वरूप ले लिया। पौधरोपण में मात्र पांच से छह हजार रुपए तक खर्च किए है लेकिन केवल यूकेलिपटस का चार पेड़ बेचकर करीब 25 हजार रुपये कमा चुके हैं। देखा जाए तो पेड़ मानव जीवन के लिए आक्सीजन तो दे ही रहे हैं मानव का जीवन चलाने के लिए लकड़ी व अर्थ का व्यवस्था भी पेड़ों से हो जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है जो मानव जीवन के खतरनाक होता जा रहा है।

    पर्यावरण को लेकर गंभीर हैं ये..

    फोटो- 16सी

    हरियाली का हमारे जीवन में काफी महत्व है। इनके होने से जन-जीवन खुशहाल होने के साथ ही स्वस्थ्य वातावरण भी रहता है। इसलिए लोगों को पौधरोपण के पति गंभीर होते हुए बारिश के मौसम में हर दिन एक पौधा लगाना होगा। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ ही स्वस्थ्य जीवन मिलेगा।

    - पप्पू ¨सह, तुलसीसागर। फोटो- 17सी

    पेड़ों की लगातार हो रही कटाई से प्रकृति का संतुलन बिगड़ता दिख रहा है। बे-मौसम बारिश और बरसात के समय पर कम वर्षा इसका प्रमाण है। इसलिए धरती पर अधिक से अधिक पेड़ों का होना जरूरी है। इंसान खुशी और गम हर समय पर एक पौधा लगा कर इसे यादगार बना सकता है।

    - उबैदुर्रहमान सिद्दीकी, मच्छरहट्टा। फोटो- 18सी

    नीम, पीपल, तुलसी सहित ऐसे बहुत से पेड़ हैं जिनके अंदर औषधीय गुण होते हैं जिनसे गंभीर बीमारियों का इलाज भी किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता । नीम के पत्तियों के सेवन से शरीर को चर्मे रोगों से निजात मिलती है।

    - रोहित गुप्ता, शेखपुरा। फोटो- 19सी

    हमें अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए अधिक आक्सीजन देने वाले पौधे लगाने चाहिए। इसके द्वारा उत्सर्जित आक्सीजन इंसानों के अलावा पशु-पक्षियों के लिए काफी लाभदायक होते हैं। इसलिए हर इंसान को बारिश के मौसम में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर उनकी रक्षा का भी संकल्प लेना चाहिए। डा.एके जायसवाल, बंशी बाजार।