महानिदेशक के निर्देश को दरकिनार कर प्रभारी बीएसए ने दिए 116 शिक्षकों के वेतन कटौती का आदेश
गाजीपुर में महानिदेशक के निर्देशों के बावजूद 116 शिक्षकों को अवकाश के दौरान अनुपस्थित मानकर वेतन कटौती का आदेश जारी किया गया है। प्रभारी बीएसए और बीईओ सदर ने यह आदेश दिया जिससे शिक्षकों में खलबली मच गई है। महानिदेशक का स्पष्ट निर्देश है कि अवकाश रहने तक वेतन कटौती न की जाए।

जागरण संवाददाता, गाजीपुर। महानिदेशक स्कूल शिक्षा के शिक्षकों के खाते में अवकाश होने पर उन्हें गैरहाजिर न करने निर्देश के विपरित प्रभारी बीएसए व बीईओ सदर ने 116 शिक्षकों को अनुपस्थित करार देते हुए वेतन कटौती का आदेश जारी कर दिया।
प्रभारी बीएसए ने यह आदेश तब किया है, जब बीएसए हेमंत राव पदोन्नति पर एडी बेसिक वाराणसी बनाए जाने के बाद वह प्रभार देख रहे थे। नए बीएसए भी कार्यभार के बाद अवकाश पर चलीं गईं थी। वेतन कटौती के आदेश से शिक्षकों में खलबली मची है।
हर महीने खंड शिक्षा अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षकों को आनलाइन अनुपस्थित दर्शाते हुए हैं। बीईओ के स्तर से 21 अगस्त से 22 सितंबर तक जनपद में 116 शिक्षकों को अनुपस्थित किया गया था। 22 सितंबर को प्रभारी बीईओ आलोक कुमार ने शिक्षकों के वेतन कटौती का आदेश जारी कर दिया।
उन्होंने सभी बीईओ से तीन दिन के भीतर शिक्षकों का स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। बीएसए हेमंत राव का प्रमोशन एडी बेसिक वाराणसी के पद पर हुआ है। वह 19 सितंबर को यहां से रिलीव हो गए। नए बीएसए ने भी कार्यभार ग्रहण कर अवकाश पर चलीं गईं। इस बीच 22 सितंबर को प्रभारी बीएसए व सदर बीईओ ने शिक्षकों की अनुपस्थिति की सूची जारी कर दी।
दरअसल, महानिदेशक शिक्षा का स्पष्ट निर्देश है कि जब तक किसी कर्मचारी के खाते में अवकाश उपलब्ध है,विशेष कर आकस्मिक अवकाश तक वेतन कटौती का कोई औचित्य नहीं है। हैरानी की बाद यह है कि तत्कालीन बीएसए हेमंत राव ने महानिदेशक की कार्यवृत्ति का जिक्र का एक माह पहले आदेश जारी कर सभी बीईओ को स्पष्ट निर्देश दिया था कि किसी भी शिक्षक को उसके खाते में अवकाश होने तक उसे गैरहाजिर न किया जाए। बीएसए और महानिदेशक के निर्देश के विपरित बीईओ सदर ने शिक्षकों के वेतन कटौती का आदेश जारी कर दिया।
बेसिक शिक्षा के लेखाधिकारी अभिषेक कुमार यादव का कहना है कि महानिदेशक की कार्यवृत्ति में सीएल होने पर शिक्षकों को अनुपस्थित न करने का जिक्र किया गया है। उनकी कार्यवृत्ति पर अमल किया जाएगा। उनका प्रयास है कि शिक्षकों के वेतन की कटौती न हो।
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