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    Ghazipur News: टूटकर गिरे बिजली तार के करंट से बालक की मौत, बुझ गया घर का चिराग

    Updated: Fri, 04 Oct 2024 01:41 AM (IST)

    गाजीपुर के मौरा गांव में 10 वर्षीय आशीष राजभर की मौत बिजली के टूटे तार की चपेट में आने से हो गई। परिजनों और ग्रामीणों ने शव देने से इनकार कर दिया लेकिन उपजिलाधिकारी के समझाने और कार्रवाई के आश्वासन पर उन्होंने शव पुलिस को सौंपा। ग्रामीणों ने अवैध बिजली कनेक्शन और कमजोर तारों के कारण हादसों की शिकायत की। अधिकारियों ने मुआवजे और कार्रवाई का वादा किया।

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    करीमुद्दीनपुर के मौरा में विलाप करते परिजन।

    संवाद सूत्र, गाजीपुर। मौरा गांव के अमिरहां राजभर बस्ती निवासी दस वर्षीय बालक आशीष राजभर का रास्ते पर टूटकर गिरे एलटी लाइन के तार की चपेट मे आने से मौत हो गई। 

    थानाध्यक्ष दीपक कुमार पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए, लेकिन परिजनों व ग्रामीणों ने शव देने से इनकार कर दिया। ग्रामीण जिम्मेदार अधिकारियों को बुलाने पर अड़े रहे। 

    उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद मनोज पाठक, सीओ शेखर सेंगर, तहसीलदार समेत बिजली विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। उपजिलाधिकारी ने परिजनों व ग्रामीणों को समझा बुझाया और कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर उन्होंने शव पुलिस को दिया। 

    बालक दो बहनों में इकलौता भाई था। बालक की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है। उधर, बिजली के टूटे तार व खंभे से आए दिन कोई न कोई दुर्घटनाएं हो रही हैं।

    रात को हुआ था गायब

    गांव निवासी अशोक राजभर अपने पुत्र आशीष के साथ बुधवार की शाम बाजार के लिए निकले। वहां से आते समय एक निमंत्रण में खाना खाया और उसके बाद उसका पुत्र कहीं चला गया। देर रात तक नहीं आया तो परिजनों ने समझा कि कहीं मूर्ति पंडाल देखने गया होगा। 

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    गुरुवार सुबह ग्रामीणों ने देखा कि टूटकर गिरे बिजली के तार से आशीष लिपटा पड़ा है। उन्होंने इसकी सूचना परिजनों को दी। ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को बताया कि मौरा गांव के कुछ लोग करीमुद्दीनपुर और बाराचवर फीडर से अवैध तरीके से बिजली के नंगे तार से विद्युत आपूर्ति करते हैं। 

    तार कमजोर होने से अक्सर टूटकर गिर जाते हैं, जिससे हादसे होते रहते हैं। ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी मनोज पाठक ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को सहायता दी जाए। 

    एसडीओ दिलीप शाह ने बताया कि मुआवजे के लिए निदेशालय को सूचना दी गई है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।