Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ghazipur News: गैंगस्टर रेयाज अहमद अंसारी ग‍िरफ्तार, मुख्‍तार अंसारी का करीबी बताकर चलाता था D-131 गैंग

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 03:59 PM (IST)

    बहादुरगंज चेयरमैन व डी-131 गैंग का सरगना गैंगस्टर रेयाज अहमद अंसारी को कासिमाबाद पुलिस ने सोमवार को उसके घर से दबोच लिया। वहीं इसकी पत्नी निकहत परवीन समेत अन्य तीनों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस ने रेयाज अंसारी के साथ उसकी पत्नी निकहत परवीन व उसके साथी नजीर अहमद और परवेज जमाल पर भी गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया है।

    Hero Image
    बहादुरगंज चेयरमैन और गैंगस्टर रेयाज अहमद अंसारी गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, बहादुरगंज (गाजीपुर)। बहादुरगंज चेयरमैन व डी-131 गैंग का सरगना गैंगस्टर रेयाज अहमद अंसारी को कासिमाबाद पुलिस ने सोमवार को उसके घर से दबोच लिया। वहीं इसकी पत्नी निकहत परवीन समेत अन्य तीनों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस ने रेयाज अंसारी के साथ उसकी पत्नी निकहत परवीन व उसके साथी नजीर अहमद और परवेज जमाल पर भी गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गैंग लीडर रेयाज अहमद स्वयं को मृत माफिया मुख्तार अंसारी का करीबी बताकर इलाके में दहशत फैलाता था। उसके साथी धमकाकर रंगदारी वसूलते और अदालतों में गवाहों पर दबाव डालते थे। यही वजह है कि लोग इनके खिलाफ गवाही देने से कतराते रहे। रेयाज और इसकी पत्नी निकहत पूर्व में गैंगस्टर एक्ट में जेल जा चुके हैं।

    फिलहाल जमानत पर बाहर थे, लेकिन शनिवार को गैंगस्टर एक्ट का नया मुकदमा दर्ज होने के बाद कासिमाबाद एसओ नंद कुमार तिवारी ने रविवार को रेयाज को गिरफ्तार कर लिया और आवश्यक कार्रवाई के बाद उसे जेल भेज दिया गया। रेयाज और उसके साथियों पर आरोप है कि उन्होंने मदरसतुल मसाकीन, बहादुरगंज के प्रबंधन में फर्जी नियुक्ति कराई और कूटरचित दस्तावेज बनवाकर गलत तरीके से पद व अधिकार हासिल किए। निकहत परवीन को इसी तरीके से सहायक अध्यापक की नौकरी दिलाई गई। इसमें तत्कालीन प्रबंधक नजीर अहमद और परवेज जमाल की मिलीभगत रही। निकहत को बाद में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।

    गिरफ्तारी में लारवाही पर पूर्व में निलंबित हो चुके हैं दो एसओ

    गैंगस्टर रेयाज अहमद अंसारी के खिलाफ पूर्व में दर्ज गैंगस्टर के मुकदमें प्रभावी कार्रवाई नहीं करने पर एसपी डॉ. ईरज राजा ने तत्कालीन कासिमाबाद थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार पांडेय और नोनहरा एसओ दीपक कुमार पाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। नोनहरा एसओ मामले के विवेचक थे। दोनों की लापरवाही से रेयाज अंसारी गिरफ्तार नहीं हो सका था।

    रेयाज अहमद का आपराधिक इतिहास

    • 2013 से अब तक 13 से अधिक दर्ज हैं मुकदमे।
    • रंगदारी, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज, कब्जेदारी और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप।
    • कई मामलों में आरोपपत्र दाखिल, अदालत में विचाराधीन।
    • पत्नी निकहत परवीन भी कई मामलों में सह-अभियुक्त।
    • पहले भी गैंगस्टर एक्ट में जा चुके हैं जेल।

    यह भी पढ़ें- यूपी में एक ही परिसर में चल रहे थे तीन स्कूल, BEO ने तुरंत जारी दिया नोटिस

    comedy show banner