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    गाजीपुर में फ‍िर से डराने लगी गंगा की लहरें, बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, बाढ़ का खतरा फिर मंडराया

    Updated: Sun, 07 Sep 2025 01:43 PM (IST)

    गाजीपुर में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर चला गया है जिससे तटवर्ती इलाकों में दहशत फैल गई है। पहले बाढ़ झेल चुके ग्रामीण चिंतित हैं क्योंकि जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासन अलर्ट पर है और राहत कार्य के लिए तैयार है। ग्रामीणों ने प्रशासन से उचित इंतजाम करने की मांग की है क्योंकि उन्हें खेतों और घरों के डूबने का डर सता रहा है।

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    बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर , बाढ़ का खतरा फिर मंडराया।

    जागरण संवाददाता, गाजीपुर। जनपद के लोग एक बार फिर गंगा की बढ़ती लहरों से सहमे हुए हैं। दो बार बाढ़ का प्रकोप झेल चुके ग्रामीणों को लगा था कि अब हालात सामान्य हो जाएंगे, लेकिन शुक्रवार की आधी रात से गंगा का जलस्तर दो सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ने लगा।

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    शनिवार की शाम तीन बजे तक जलस्तर 62.190 मीटर रिकार्ड किया गया, जो चेतावनी बिंदु से 0.09 मीटर ऊपर बह रहा है। बढ़ते जलस्तर के चलते प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। रव‍िवार को सुबह वाराणसी से लेकर गाजीपुर तक तीन सेंटीमीटर प्रत‍िघंटे की गत‍ि से गंगा का जलस्‍तर बढ़ रहा था। उस लि‍हाज से आगे भी जलस्‍तर में इजाफा होने का संकेत केंद्रीय जल आयोग ने द‍िया है। 

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    गंगा के बढ़ते जलस्तर ने तटवर्ती इलाकों में दहशत का माहौल बना दिया है। पूर्व में गंगा का कहर मुहम्मदाबाद के बच्छलपुर, हरिहरपुर तट, मुबारकपुर मल्लाह बस्ती, जयनगर, तमलपुरा, रेवतीपुर का हसनपुर, नसीरपुर, वीरऊपुर और खानपुर क्षेत्र के तेतारपुर, गौरहट, गौरी, नुरूद्दीनपुर व अमेहता गांव में भारी तबाही मचा चुका है।

    वहां के लोग इस बार फिर भयभीत हो गए हैं। कुछ दिन पहले जलस्तर में गिरावट शुरू हुई थी तो लोगों ने राहत की सांस ली थी, मगर अब जलस्तर के तेजी से बढ़ने के बाद उनकी उम्मीदें टूटने लगी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस बार बाढ़ आई तो उनकी स्थिति और भी बदतर हो जाएगी। खेतों की फसल, मवेशी और गृहस्थी पर संकट मंडराने लगा है। गंगा के किनारे रहने वाले लोगों ने प्रशासन से पहले से ही पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। फिलहाल स्थिति गंभीर बनी हुई है और लोग हर पल गंगा की धाराओं पर नजर गड़ाए हुए हैं। बाढ़ का डर ग्रामीणों को चैन से सोने नहीं दे रहा।

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    कंट्रोल रूम नंबर: 0548 2223041 व 9454417103

    बाढ़ राहत केंद्रों की संख्या: 35

    अतिसंवेदनशील गांव: 80

    संवेदनशील गांव: 154

    बाढ़ चौकी: 160

    छोटी-बड़ी नावों की संख्या: 340

    गोताखोरों की संख्या: 27

    आपदा मित्रों की संख्या: 510

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    सामान्य जलस्तर : 59.906

    चेतावनी बिंदु : 61.550

    खतरा बिंदु: 63.105

    वर्तमान में गंगा का जलस्तर: 62.190 (शाम तीन बजे तक)

    वर्तमान में गंगा बढ़ रही: दो सेंटीमीटर प्रति दो घंटा

    बोले अध‍िकारी

    शन‍िवार की रात बारह बजे से गंगा का जलस्तर दो सेंटीमीटर बढ़ रहा है। गंगा चेतावनी बिंदु पार कर खतरे की निशान की ओर बढ़ रही है। आगे भी जलस्तर बढ़ने की संभावना है। -मेराजुद्दीन, स्थल प्रभारी केंद्रीय जल आयोग।

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