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    द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बनाई गई यूपी में यह हवाई पट्टी, पाक से तनाव के बीच इमरजेंसी लैंडिंग के लिए तैयार

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey
    Updated: Thu, 08 May 2025 05:41 PM (IST)

    गाजीपुर जिले में अंधऊ हवाई पट्टी हर तरह के विमान उतारने के लिए पूरी तरह से तैयार है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बनी यह पट्टी 63 एकड़ में फैली है। यहाँ छोटे विमान और हेलिकॉप्टर उतर सकते हैं। पिछले साल यहाँ कई राजनेताओं के हेलिकॉप्टर उतरे थे। आपातकालीन स्थिति के लिए यह हवाई पट्टी पूरी तरह से तैयार है।

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    द्वितीय विश्व युद्ध की अंधऊ हवाई पट्टी आपात स्थिति में प्लेन लैंडिंग के लिए तैयार

    जागरण संवाददाता, गाजीपुर। भारत ने पाकिस्तान में पनाह लेने वाले आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही देश व प्रदेश की हवाई पट्टियों को भी तैयार करना शुरू कर दिया है। वैसे जनपद की अंधऊ हवाई पट्टी हर तरह के प्लेन उतारने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस पट्टी पर दो छोटे प्लेन और कई हेलिकॉप्टर उतारे जा सकते हैं।

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    पिछले वर्ष 2024 में प्रदेश सरकार के मंत्री संजय निषाद, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव व उतराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का हेलिकॉप्टर उतरा था। इसके बाद से कोई प्लेन या हेलिकॉप्टर हवाई पट्टी पर लैंड नहीं किया।

    द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ था निर्माण

    अंधऊ हवाई पट्टी का निर्माण द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ था। यह हवाई पट्टी ब्रिटिश प्रशासन से स्थापित है। अंधऊ हवाई पट्टी गाजीपुर-मऊ रोड पर स्थित है। यह 63 एकड़ में फैली हुई है, इसमें 4,800 फीट (1,463 मीटर) का डामर रनवे है।

    द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शहर से सटे अंधऊ गांव के पास हवाई पट्टी का निर्माण कराया गया था। हालांकि इस हवाई पट्टी पर कभी लड़ाकू विमान नहीं उतरे हैं।

    वर्ष 2016 में 10 फरवरी को सपा शासनकाल में पंचायती राजमंत्री स्व. कैलाश यादव के निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर प्लेन से आया था। इसके कुछ ही देर बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का प्लेन व पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी का हेलिकॉप्टर लैंड किया।

    1.95 मीटर का है रवने, नहीं उतर सकता बड़ा प्लेन

    अंधऊ हवाई पट्टी पर छोटा प्लेन ही उतर सकता है। क्योंकि इसका रनवे 1.95 मीटर का ही है। बड़े प्लेन के लिए यह दूरी कम है। ऐसे में छोटे प्लेन और हेलिकॉप्टर ही इस हवाई पट्टी पर उतरते हैं। किसी भी आपात स्थिति के लिए अंधऊ हवाई पट्टी पूरी तरह तैयार है। इसपर दो छोटे प्लेन व कई हेलिकॉप्टर लैंड कर सकते हैं। वैसे अभी आपात स्थिति के लिए कोई दिशा निर्देश नहीं आया है।

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