गाजीपुर में 57 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं ने जमा नहीं किया बिजली बिल, 149 करोड़ रुपये है बकाया
गाजीपुर में 57 हजार से अधिक बिजली उपभोक्ताओं ने बिल जमा नहीं किया है, जिससे 149 करोड़ रुपये बकाया हैं। इससे बिजली विभाग पर दबाव बढ़ गया है। उपभोक्ताओं ...और पढ़ें
-1765962836911.webp)
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। जनपद में बिजली का भरपूर इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन भुगतान के नाम पर बड़ी लापरवाही सामने आई है। जनपद में 57,314 ऐसे नेवर पेड उपभोक्ता हैं, जो लगातार बिजली उपभोग कर रहे हैं, लेकिन दो-दो वर्षों तक बिजली बिल जमा नहीं कर रहे। नतीजा यह है कि इन उपभोक्ताओं पर बिजली विभाग का 149.83 करोड़ रुपये का भारी बकाया खड़ा हो गया है। चेकिंग के दौरान कनेक्शन कटता है, तो कुछ राशि जमा कर फिर से लाइन जुड़वा ली जाती है और उसके बाद वही खेल दोबारा शुरू हो जाता है।
अधीक्षण अभियंता विवेक खन्ना ने बताया कि बकाया के मामले में विद्युत वितरण खंड प्रथम अव्वल बना हुआ है। यहां 21,312 उपभोक्ताओं पर 51.04 करोड़ रुपये बकाया हैं। वहीं वितरण खंड द्वितीय में 10,020 उपभोक्ताओं पर 39.99 करोड़, तृतीय में 14,824 उपभोक्ताओं पर 33.64 करोड़ और चतुर्थ खंड में 11,158 उपभोक्ताओं पर 25.16 करोड़ रुपये बकाया हैं।
लंबे समय से भुगतान न होने के कारण विभाग की आर्थिक सेहत पर भी इसका सीधा असर पड़ रहा है। ऐसे उपभोक्ताओं के लिए शासन ने राहत और समाधान के तौर पर एक मुश्त समाधान योजना (ओटीएस) लागू की है। यह योजना खास तौर पर नेवर पेड और बड़े बकाएदार उपभोक्ताओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है, ताकि वे बिना डर और परेशानी के अपना बकाया निपटा सकें।
नेवर पेड उपभोक्ताओं को क्या मिलेगा लाभ
एक मुश्त समाधान योजना के तहत यदि उपभोक्ता 31 दिसंबर तक पंजीकरण कराकर पूरा बकाया एक साथ जमा करता है, तो उसे सरचार्ज अतिरिक्त ब्याज में 100 प्रतिशत छूट मिलेगी। तो वहीं एक मुश्त जमा करने पर मूलधन में भी 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी। इसके साथ ही कनेक्शन कटने का डर समाप्त हो जाता है और भविष्य में नियमित बिलिंग का रास्ता साफ होता है। जो उपभोक्ता एक साथ पूरी रकम जमा करने में असमर्थ हैं, उनके लिए किस्तों में भुगतान की सुविधा भी दी गई है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।