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    Ghazipur Flood: गंगा की रफ्तार हुई धीमी, अब एक सेंटीमीटर प्रतिघंटा हो रही बढ़ोतरी

    Updated: Thu, 10 Jul 2025 03:24 PM (IST)

    गाजीपुर में गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि की गति धीमी हुई है जिससे तटवर्ती इलाकों में लोगों ने राहत की सांस ली है। वर्तमान में जलस्तर 56.700 सेंटीमीटर है जो चेतावनी बिंदु से 4.85 मीटर दूर है। रेलवे ने गाजीपुर-ताड़ीघाट रेल सह सड़क पुल पर सेंसर युक्त वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया है जो जलस्तर की स्वचालित जानकारी एसएमएस के माध्यम से देगा जिससे त्वरित कार्रवाई में मदद मिलेगी।

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    गाजीपुर:रेल सह रोड ब्रिज पर लगा सेंसर युक्त वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम।

    जागरण संवाददाता गाजीपुर। कई दिनों से तेजी से बढ़ रही गंगा की रफ्तार बुधवार को धीमी हो गई। अब गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। ऐसे में गंगा का जलस्तर 56.700 सेंटीमीटर रिकार्ड किया गया। अभी गंगा चेतवानी बिंदु से 4.85 मीटर दूर हैं।

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    कई दिनों से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा था। जिससे तटवर्ती इलाकों में दहशत का माहौल हो गया था। बुधवार को रफ्तार धीमी हुई तो लोगों ने राहत की सांस ली। केंद्रीय जल आयोग के स्थल प्रभारी ने बताया कि अभी गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी रहेगी।

    रेल सह रोड ब्रिज पर लगा सेंसर युक्त वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम 

    गाजीपुर-ताड़ीघाट के बीच नव निर्मित गंगा नदी पर स्थित रेल सह सड़क पुल से ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से सेंसर युक्त वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया है, इस सिस्टम से जलस्तर की जानकारी ऑटोमैटिक तरीके से मोबाइल पर एस एम एस अलर्ट के जरिए मिलेगा।

    रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक इस आधुनिक सेंसर युक्त वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम के लग जाने से अब गंगा नदी पर बने इस रेल सह सड़क पुल पर वाटर लेवल की सूचना मिलना आसान हो गया है।यह सिस्टम सोलर पैनल से जुड़ा एक सेंसर होता है, जिसमें एक चिप भी लगी होती है।

    यह सिस्टम हर रोज नियमित अंतराल पर नदियों के जलस्तर की जानकारी रेलवे से जुडे संबंधित अधिकारियों के मोबाइल नंबर पर एस एम एस अलर्ट के माध्यम से मिलेगा। जिसके चलते नदी के जल स्तर की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई कर ट्रैक को संरक्षित करना आसान हो जाता है।

    पूर्वोत्तर रेलवे के पीडब्लूआई आदित्य कुमार कुमार तिवारी ने बताया कि सेंसर युक्त वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम रेल सह सड़क पुल पर लगाया गया है।