आंगनबाड़ी केंद्रों पर अब वितरित होगा सूखा राशन
जागरण संवाददाता गाजीपुर बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आइसीडीएस) कुछ बदलाव के साथ
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आइसीडीएस) कुछ बदलाव के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों पर सूखा राशन वितरण करेगा। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। नए नियम के तहत अब अनुपूरक पुष्टाहार की जगह सूखा राशन जैसे गेहूं, दाल, चावल व दुग्ध पदार्थ आदि वितरित किया जाएगा। विभाग राशन में बदलाव होने के बाद अक्टूबर 2020 के राशन का वितरण शुरू करेगा। जिले के 4127 आंगनबाड़ी केंद्रों पर सूखे राशन का वितरण जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहले पुष्टाहार वितरित किया जाता था। इसमें सभी प्रकार के अनाज व फूड सेप्लीमेंट मिक्स रहते थे, लेकिन इसमें जमकर धांधली की जाती थी। बच्चों व गर्भवती महिलाओं तक यह पहुंच ही नहीं पाता था। इसके बाद सरकार ने इसमें थोड़ा बदलाव कर दिया है। अब उसके स्थान पर सूखा राशन गेहूं, दाल, चावल व दुग्ध पदार्थ जैसे देसी घी, स्किम्ड, मिल्क पाउडर आंगनबाड़ी केंद्रों से वितरित किया जाएगा। इससे शिशु, गर्भवती, धात्री व किशोरियों के स्वास्थ्य व सही पोषण मिलेगा। इसके लिए सभी बाल विकास परियोजना अधिकारियों, मुख्य सेविका व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पत्र के माध्यम से निर्देशित किया जा रहा है।
किसको कितना मिलेगा राशन
गर्भवती, धात्री, महिलाओं व 11 से 14 वर्ष की किशोरियों को प्रतिमाह दो किलो गेहूं, एक किलो चावल, 750 ग्राम दाल, 750 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर एवं हर तीसरे महीने 450 ग्राम देशी घी पोषाहार के रूप में विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। छह माह से तीन वर्ष के बच्चों को प्रतिमाह 1.5 किलो गेहूं, एक किलो चावल, 450 ग्राम दाल, 400 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर एवं हर तीसरे माह 450 ग्राम देशी घी दिया जाएगा। अतिकुपोषित बच्चों को प्रतिमाह 2.5 किलो गेहूं, 1.5 किलो चावल, 500 ग्राम दाल, 750 ग्राम स्किम्ड मिल्क पाउडर हर तीसरे महीने 900 ग्राम देशी घी पोषाहार के रूप में वितरित किया जाएगा।
पूर्व की भांति ही नया सूखा राशन भी कलर कोडेड होगा। गर्भवती व धात्री के लिए पीला, छह माह से तीन वर्ष के बच्चों के लिए आसमानी नीला, तीन वर्ष से छह वर्ष तक के बच्चों के लिए हल्का हरा, किशोरियों के लिए गुलाबी व अति कुपोषित बच्चों के लिए लाल रंग की पैकेजिग में सूखे राशन का वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से किया जाएगा।
दिलीप कुमार पांडेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी।
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