Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ghazipur News: फेक मैसेज भेजकर ठगे 30 हजार रुपए, पीड़ित ने पुल‍िस से की कार्रवाई की मांग

    Updated: Wed, 18 Jun 2025 05:19 PM (IST)

    गाजीपुर के जखनियां में एक जनरल स्टोर संचालक साइबर ठगी का शिकार हो गया। ठग ने खुद को परिचित बताकर यूपीआई बंद होने का हवाला दिया और ₹30000 ठग लिए। पीड़ित ने बिना खाता जांचे कई बार में पैसे भेजे। बाद में ठगी का अहसास होने पर कोतवाली में तहरीर दी। जागरूकता अभियान के बावजूद लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं।

    Hero Image
    फेक मैसेज भेज कर ठगे 30 हजार रुपए।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    संवाद सूत्र, दुल्लहपुर (गाजीपुर)। बुधवार की दोपहर जखनिया बाजार में जनरल स्टोर संचालक संतोष चौरसिया के मोबाइल पर फेक मैसेज के बाद लापरवाही के चलते बिना खाता चेक किए ही साइबर ठग के झांसे में आकर तीस हजार रुपए की ठगी का शिकार हो गए। घटना के बाद साइबर ठग ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। घटना की तहरीर पीड़ित ने भुड़कुड़ा कोतवाली में देकर कार्रवाई की मांग की है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आजमगढ़ जनपद के मेहनाजपुर निवासी संतोष चौरसिया की जखनियां रेलवे स्टेशन के बाहर जनरल स्टोर की दुकान है। इसके पहले वह मुंबई में रहते थे। बुधवार की दोपहर 12 बजे संतोष के मोबाइल पर फोन आया फोन करने वाले ने अपना परिचय मुंबई का जैश बताया, संतोष जैश से परिचित है।

    फोन करने वाले ने संतोष से कहा कि उसका यूपीआई बंद हो गया है। अकाउंट में पैसा भेज रहे हैं एक नंबर पर ट्रांसफर कर देना। कुछ देर बाद संतोष चौरसिया के व्हाट्सएप पर 30 हजार का फेक मैसेज भेज दिया। पूर्व परिचित होने के चलते संतोष चौरसिया बिना अकाउंट चेक किए ही उसके झांसे में आ गया। फिर दोबारा ठग ने एक नंबर भेजकर फोन कर बताया कि इस नंबर पर दस हजार रुपए भेज दो। संतोष ने बिना अपना खाता चेक किया ही भेजे गए नंबर पर 5 बार में दस हजार रुपए भेज दिए।

    कुछ देर बाद फिर ठग ने बारकोड भेज कर उसे पर पैसे भेजने की बात कही जिस पर फिर संतोष ने दुबारा दस हजार रुपए भेज दिया। अबकी बार संतोष ने अपना खाता चेक किया तो उसे पर उसमें कोई पैसा नहीं आया था जब फोन पर संतोष ने शिकायत किया तो उसने कहा कि लड़के ने मैसेज भेज दिया है हम पैसा वापस कर दे रहे हैं। सब पैसा वापस कर देंगे। कुल तीस हजार रुपए भेजने के बाद जब चौथी बार और पैसे की मांग की गई तो संतोष ने अपने को ठगा महसूस करते हुए साइबर ठगी का एहसास हुआ।

    इसके बाद फिर ठग ने फोन कर और पैसे की मांग की ठग ने कहा कि इतना पैसा और भेज दो तो सारा पैसा एक बार में ही वापस भेज देंगे। लेकिन संतोष ने ऐसा नहीं किया कुछ देर बाद पीड़ित ने जब उस नंबर पर बात करना चाहा तो मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। कई महीने तक मोबाइल फोन पर कॉलर टोन के साथ साइबर ठगी को लेकर जागरूकता अभियान आने के बाद भी लोग ठगी के शिकार बन जा रहे हैं।

    पीड़ित संतोष ने बताया कि पूर्व में मुंबई में उसके दुकान के सामने ही जैश की दुकान थी। लेकिन उनके नाम पर फोन करने वाले वह ठग को पहचान नहीं पाया। वह परिचित समझकर उसे पैसे भेजता गया लेकिन बाद में उसे ठगी का एहसास हुआ।