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    गाजियाबाद में कलाकारों ने उत्तराखंडी संस्कृति की बिखेरी छटा, जमकर झूमे लोग

    Updated: Mon, 10 Nov 2025 08:55 AM (IST)

    गाजियाबाद में कलाकारों ने उत्तराखंडी संस्कृति का शानदार प्रदर्शन किया, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम में उत्तराखंड की समृद्ध परंपरा और कला को दर्शाया गया, जिसका लोगों ने भरपूर आनंद लिया। कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।

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    वैशाली सेक्टर पांच में आयोजित उत्तराखंड कौतिक मेले में पारंपरिक वेशभूषा में आई महिला। जागरण

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। ट्रांस हिंडन के विभिन्न क्षेत्रों में रविवार को उत्तराखंड राज्य के स्थापना दिवस को 25 वर्ष पूरे होने पर रजत जयंती के रूप में मनाया। कार्यक्रमों में विभिन्न कलाकारों व लोकगायकों ने उत्तराखंडी संस्कृति की छटा बिखेरी। इस दौरान उत्तराखंडी परिधानों से लेकर उत्तराखंडी नृत्य व गीत संगीत का लोगों ने खूब आनंद लिया।

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    उत्तरांचल देवभूमि सांस्कृतिक समिति की ओर से इंदिरापुरम की शिप्रा सनसिटी फेज-वन सोसायटी के सेंट्रल पार्क में उत्तराखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ हर्षोल्लास और पारंपरिक उत्तराखंडी परिधानों के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ नंदा देवी डोली यात्रा के साथ किया गया। इससे पूरा वातावरण भक्ति और संस्कृति के रंगों से सराबोर हो गया। इसके बाद प्रसिद्ध उत्तराखंडी लोकगायक रेशमा शाह, ममता आर्य, गौरव पंत व अमित बाबू गोस्वामी आदि कलाकारों ने अपनी मनमोहक लोकधुनों से समा बांध दिया।

    कार्यक्रम स्थल पर उत्तराखंड की पारंपरिक संस्कृति, हस्तशिल्प व उत्पादों को दर्शाने वाले विभिन्न प्रकार के स्टाल भी लगाए गए। जो स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे। समिति के अध्यक्ष प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि उत्तरांचल देवभूमि सांस्कृतिक समिति का गठन वर्ष 2004 में किया गया था। तब से हर वर्ष समिति द्वारा उत्तराखंड दिवस को बड़े उत्साह और एकता के साथ मनाया जाता है। इसके अलावा वसुंंधरा में भी स्थापना दिवस के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

    उत्तराखंडी कौतिक में लोकसंस्कृति की धूम

    वैशाली सेक्टर-पांच में भी उत्तराखंड धरोहर संरक्षण समिति के तत्वाधान में उत्तराखंड की स्थापना दिवस की रजत जयंती पर सांस्कृतिक समारोह का आयोजन किया गया। इस उत्सव में गायकों, कलाकारों ने पारंपरिक लोकगीत और नृत्य के जरिए उत्तराखंडी संस्कृति के रंग बिखेर कर श्रोताओं का मनमोह लिया।

    प्रसिद्ध लोक गायक गजेंद्र राणा, पनु गोसाईं, कैलाश कुमार, पूरनचंद पांडे, अंजनी नेगी व शशि पाठक की मधुर आवाज पर लोग जमकर जूमे। उत्तराखंड के पारंपरिक गीतों के साथ बाध्य यंत्रों ढोल-दमाऊ और मसकबीन की ताल से वातावरण में उत्तराखंड की संस्कृति की खुशबू बिखर गई। इस मौके पर दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, पार्षद राजकुमार सिंह, पूर्व पार्षद मधु सिंह, संतोष मेहरा आदि मौजूद रहे।

    उत्तराखंडी व्यंजनों का लिया आनंद

    इस दौरान उत्तराखंड के व्यंजनों के विभिन्न स्टाल भी लगाए गए थे। लोगों ने व्यंजनों का जमकर आनंद लिया। उत्तराखंड के व्यंजनों का आनंद लेने के लिए वैशाली, वसुंधरा, कौशांबी, इंदिरापुरम समेत दिल्ली से भी लोग पहुंचे।