यूपीपीसीबी ने जारी की रिपोर्ट, पीने लायक नहीं है कौशांबी का भूजल
कौशांबी के पानी की रिपोर्ट बेहद खराब पीने लायक नहीं है पानी

यूपीपीसीबी ने जारी की रिपोर्ट, पीने लायक नहीं है कौशांबी का भूजल
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) की ओर से कौशांबी से लिए गए पानी के नमूने की रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें पानी में टीडीएस और क्लोराइड की मात्रा बढ़ी हुई है। कौशांबी का पानी बिना आरओ से फिल्टर किए पीने लायक नहीं है।
कौशांबी अपार्टमेंट रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (कारवा) की ओर से तीन स्थानों के पानी की निजी लैब से जांच कराई गई थी। रिपोर्ट में कौशांबी के पानी का टीडीएस बढ़ा हुआ आया था। इसकी कारवा के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर यूपीपीसीबी ने कौशांबी में आठ सोसायटियों से भूजल का नमूना लिया था। बुधवार को यूपीपीसीबी की ओर से पानी के जांच की रिपोर्ट जारी की गई। कई सोसायटियों में पानी का टीडीएस मानक 2000 से अधिक आया है। पानी की हार्डनेस भी मानकों से अधिक है। पानी की हार्डनेस 200 से 600 मिलीग्राम प्रति लीटर होनी चाहिए, जबकि विध्यांचल और कामदगिरी अपार्टमेंट में पानी की हार्डनेस 900 से अधिक है। सुमेरु और पचमढ़ी में पानी की हार्डनेस 700 से अधिक है। यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक उत्सव शर्मा के अनुसार, पानी में मौजूद कैल्शियम और मैग्नेशियम की मात्रा से हार्डनेस का पता चलता है। सुमेरु, विध्यांचल और कामदगिरी में क्लोराइड की मात्रा 1100 से अधिक मिली है, जबकि 250 से 600 मिलीग्राम प्रति लीटर मानक होता है।
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ज्यादा गंगाजल आपूर्ति की मांग करेंगे
कारवा के अध्यक्ष वीके मित्तल का कहना है कि कौशांबी का भूजल सिर्फ पोछा लगाने लायक है। यह कपड़े धोने या पीने योग्य नहीं है। अब जिला प्रशासन से मांग की जाएगी कि कौशांबी में ज्यादा गंगाजल की आपूर्ति की जाए, जिससे लोग भूजल का प्रयोग न करें।
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सोसायटी टीडीएस
सतपुड़ा अपार्टमेंट 1900
अन्नपूर्णा टावर 1020
सुमेरू टावर 2050
विंध्याचल अपार्टमेंट 2200
कामदगिरी अपार्टमेंट 2500
पंचमणि अपार्टमेंट 2450
अंतरिक्ष ग्रीन अपार्टमेंट 1700
सुपरटेक रामेश्वर अपार्टमेंट 1620
(नोट : 400 से 450 तक टीडीएस का पानी पीने योग्य होता है)
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