जलमुर्गी पकड़ने पोखर में उतरे तीन छात्र डूबे, मौत
कोतवाली क्षेत्र में भारत सिटी कॉलोनी के पीछे पोखर में बृहस्पतिवार शाम जलमुर्गी पकड़ने गए तीन छात्र डूब गए। डूबने वाले तीनों छात्रों में दो चचेरे भाई और एक पड़ोसी हैं। तीनों कक्षा दो चार और छह के छात्र थे। एनडीआरएफ और गोताखोरों की मदद से करीब तीन घंटे में तीनों छात्रों के शव बाहर निकाले गए। परिजनों द्वारा पोस्टमार्टम कराने से इंकार करने पर पुलिस ने तीनों छात्रों के शव उन्हें सौंप दिया। पुलिस ने परिजनों द्वारा तहरीर देने पर जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
संवाद सहयोगी, लोनी (गाजियाबाद): कोतवाली क्षेत्र में भारत सिटी कॉलोनी के पीछे पोखर में बृहस्पतिवार शाम जलमुर्गी पकड़ने गए तीन छात्र डूब गए। डूबने वाले तीनों छात्रों में दो चचेरे भाई और एक पड़ोसी हैं। तीनों कक्षा दो, चार और छह के छात्र थे। एनडीआरएफ और गोताखोरों की मदद से करीब तीन घंटे में तीनों छात्रों के शव बाहर निकाले गए। परिजनों द्वारा पोस्टमार्टम कराने से इंकार करने पर पुलिस ने तीनों छात्रों के शव उन्हें सौंप दिए। पुलिस ने परिजनों द्वारा तहरीर देने पर जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कही है।
मूलरूप से नगीना बिजनौर के रहने वाले इसरार अली और उनके भाई दिलशाद लोनी की अंबेडकर कॉलोनी में परिवार के साथ रहते हैं। उनके पड़ोस में भगवान सिंह का परिवार रहता है। इसरार का बेटा अरहम (11), दिलशाद का बेटा अल्तमस (8) और भगवान सिंह का बेटा अभिषेक (9) बृहस्पतिवार शाम करीब पांच बजे घर से संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गए। रात करीब आठ बजे तक तीनों के घर न लौटने पर परिजन परेशान हो गए। परिजनों ने टीला मोड़ पुलिस चौकी पहुंचकर उनके लापता होने की जानकारी दी। पुलिसकर्मियों ने घटना स्थल बंथला क्षेत्र का होने की बात कहते हुए उन्हें बंथला पुलिस चौकी रवाना कर दिया। रात करीब 10 बजे परिजनों ने बंथला पुलिस चौकी पहुंचकर तीनों के लापता होने की सूचना दी।
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सीमा विवाद में उलझाए रखी पुलिस
कोतवाली क्षेत्र से तीन छात्रों के लापता होने की सूचना परिजनों ने साहिबाबाद थाना क्षेत्र की टीला मोड पुलिस चौकी पर दी। पुलिस ने बच्चों को खोजने का प्रयास न करते हुए उन्हें लोनी की बंथला पुलिस चौकी रवाना कर दिया।
इसरार अली के मुताबिक बृहस्पतिवार रात आठ बजे तक बच्चों का पता न लगने पर परिजन साहिबाबाद थाना क्षेत्र की टीला मोड पुलिस चौकी पर पहुंचे। परिजनों ने तीनों बच्चों के लापता होने की सूचना दी लेकिन पुलिस चौकी पर मौजूद कांस्टेबलों ने घटना स्थल लोनी कोतवाली क्षेत्र की बंथला पुलिस चौकी का होने की बात बताकर उन्हें टरका दिया। उसके बाद परिजन बंथला पुलिस चौकी पहुंचे। उसके बाद बंथला पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने बच्चों की तलाश शुरू की। इसमें काफी समय बर्बाद हुआ। आरोप है कि बच्चों के खोने जैसे गंभीर मामलों में भी पुलिस का रवैया पीड़ित के प्रति उदासीन रहा। लोगों का कहना है कि यदि टीला मोड पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मी बच्चों को तलाशने के साथ लोनी कोतवाली पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुला लेते तो बच्चों की जान बच सकती थी।
----- पोखर के पास मिले कपड़े और चप्पल : सूचना पाकर पुलिस टीम पीड़ितों के घर पहुंची। पुलिस ने कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी। फुटेज में शाम करीब पांच बजे तीनों बच्चे पोखर की ओर जाते दिखाई दिए। पुलिस ने पोखर के आसपास तलाश शुरू की लेकिन तीनों का पता नहीं चला। कुछ दूरी पर तीनों के कपड़े और चप्पल दिखाई दिए। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि बुधवार शाम तीनों छात्र जलमुर्गी पकड़ने की बात कर रहे थे।
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बुलानी पड़ी एनडीआरएफ : रात के समय पुलिस ने परिजनों की मदद से उन्हें पोखर में तलाशने का प्रयास किया लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। उजाला होने पर पुलिस ने गोताखोरों की मदद से बच्चों को तलाशना शुरू किया। शुक्रवार सुबह करीब सवा छह बजे दो बच्चों के शवों को बाहर निकाला गया। तीसरे बच्चे का एक घंटे तक पता न चलने पर राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) टीम बुलाई गई। टीम ने करीब सवा नौ बजे तीसरे बच्चे के शव को बरामद किया।
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दो चचेरे भाई : इसरार और दिलशाद टीला मोड़ के पास वेल्डिग की दुकान चलाते हैं। दोनों भाइयों के बच्चे अरहम, अल्तमस गाजियाबाद रोड स्थित एक निजी स्कूल में क्रमश: कक्षा छह और दो के छात्र थे। उधर भगवान सिंह की मौत के बाद उनका बड़ा बेटा विक्रम सूर्य नगर गाजियाबाद में ड्राई क्लीन की दुकान पर काम कर परिवार का पालन करता है। वह छोटे भाई अभिषेक को पढ़ा कर एक काबिल इंसान बनाना चाहता था। अभिषेक चौथी कक्षा का छात्र था। तीनों छात्रों की मौत से उनके परिजनों के सपने बिखर गए। तीनों की मौत के बाद से परिवारों में गम का माहौल है।
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कैसे बना पोखर : आरोप है कि वर्षों पूर्व खेतों से खनन कराकर मिट्टी बेच दी गई थी। भारत सिटी कॉलोनी का दूषित पानी खाली खेतों में छोड़ दिया गया। जिससे उसने पोखर का रूप ले लिया। आरोप है कि भारत सिटी के बिल्डर द्वारा पोखर की सफाई और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव भी नहीं कराया जाता था। दूषित पानी से लोग परेशान : लोगों का आरोप है कि दूषित पानी एकत्र होने से काफी परेशानी हो रही हैं। आसपास की कालोनियों में मच्छरों का आतंक है। मच्छरों के काटने से बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। कई बार अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
क्या कहते हैं अधिकारी : उपजिलाधिकारी लोनी प्रशांत तिवारी ने बताया कि भारत सिटी बिल्डिग की जांच की जा रही है। यदि बिल्डर द्वारा एसटीपी प्लांट नहीं बनवाया गया है, तो बिल्डर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। उधर घटना की जानकारी आलाधिकारियों को दे दी गई है। लेखपाल को भेजकर परिजनों का विवरण एकत्र किया गया है। मृतक के परिजनों की हरसंभव मदद की जाएगी।
घटनाक्रम :
-तीनों छात्र घर से निकले बृहस्पतिवार शाम 04:45 बजे।
-सीसीटीवी फुटेज में पोखर की ओर जाते दिखे बृहस्पतिवार शाम 05:05 बजे।
-टीला मोड़ पुलिस चौकी पर सूचना दी गई बृहस्पतिवार रात आठ बजे।
-बंथला पुलिस चौकी पर सूचना दी गई बृहस्पतिवार रात 09:35 बजे।
-पोखर के पास कपड़े बरामद हुए बृहस्पतिवार रात 10:50 बजे।
-अभिषेक का शव बरामद हुआ शुक्रवार सुबह 6:05 बजे।
-अल्तमस का शव बरामद हुआ शुक्रवार सुबह 06:10बजे।
-एनडीआरएफ ने अरहम का शव बरामद किया शुक्रवार सुबह 09:15 बजे।
-परिजनों को शव सौंपे शुक्रवार सुबह 10:15 बजे।
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