एहतियातन उत्कल एक्सप्रेस को रोका
जागरण संवाददाता गाजियाबाद कृषि कानून विरोधियों की रेल रोको चेतावनी के बाद पूरी से ऋषि

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कृषि कानून विरोधियों की रेल रोको चेतावनी के बाद पूरी से ऋषिकेश को जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर रोक लिया गया। हालांकि यहां एक भी प्रदर्शनकारी नहीं पहुंच सका, लेकिन रेलवे प्रशासन की ओर से एहतियातन ट्रेन को एक घंटा 12 मिनट तक प्लेटफार्म पर रोका गया। उत्कल एक्सप्रेस दोपहर 2.22 बजे से 3.34 बजे तक रुकी रही। इसके बाद इसे रवाना किया गया। इस बीच ट्रेन में सवार यात्री समय पर घर पहुंचने के लिए परेशान दिखाई दिए। बहुत से लोगों ने बच्चों के साथ ट्रेन में रात भर सफर किया, जो इस तरह ट्रेन के रुकने से काफी थके और परेशान दिखे।
----------------- अपने परिवार के साथ मथुरा में मंदिर दर्शन के बाद हरिद्वार अपने घर के लिए लौट रहा हूं। यहां ट्रेन रुक गई है तो इससे परेशानी हुई है। विरोध सरकार से है तो बात भी उसी से करनी चाहिए। ऐसे में लोगों को परेशान करके आखिर क्या मिल रहा है।
- संजय सक्सेना, रेल यात्री
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छत्तीसगढ़ में काम करने के लिए गया था। वहां से तीन महीने बाद देवबंद स्थित अपने घर के लिए लौट रहा हूं। यहां ट्रेन रोकी गई है, लेकिन घर पहुंचने के लिए इतने दिनों बाद एक-एक मिनट भी भारी गुजरता है। वजह कोई भी हो ट्रेन या बस रास्ते नहीं रुकने चाहिए।
- इरफान खान, रेल यात्री
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मध्य प्रदेश के पिपरिया में एक विवाह समारोह में शामिल होने गया था। वहां से परिवार के बुजुर्ग व बच्चों के साथ मेरठ से मुरादाबाद के लिए जाना है। ट्रेन यहां एक घंटा से भी अधिक न होती तो मुरादाबाद भी समय से पहुंच जाता। बुधवार से ट्रेन में सफर कर रहे हैं बच्चों को ज्यादा परेशानी हो रही है।
- रेखा महेश्वरी, रेल यात्री मैं अपनी बेटी और बच्चों को लेकर उनके घर पर छोड़ने के लिए फरीदाबाद से आ रहा हूं। सहारनपुर में उनकी ससुराल है, जहां जाना था। ट्रेन यहां नहीं रुकती तो वक्त पर उनके घर पर छोड़कर वापसी के बारे में भी सोच सकता था। अब जाने में देर शाम हो जाएगी।
- रईस अहमद, रेल यात्री मूल रूप से मैं गोरखपुर का रहने वाला हूं। गुरु के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ गया था। वहां से हरिद्वार के लिए लौट रहा हूं। यहां ट्रेन को रोका गया है। इस बारे में पूछा तो कोई कुछ बता नहीं रहा है। ट्रेन खड़ी रहती है तो यात्रियों को परेशानी होती है।
- गुड्डू शर्मा, रेल यात्री

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