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    SIR In UP: गाजियाबाद में 56% मतदाताओं का डेटा डिजिटलाइज, शिफ्टेड और अनुपलब्ध मतदाता बने चुनौती

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 06:23 AM (IST)

    गाजियाबाद में एसआईआर अभियान के तहत 56% डेटा डिजिटलाइज हो चुका है। स्थानांतरित और अनुपलब्ध मतदाता एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं। निर्वाचन आयोग इन चुनौतियो ...और पढ़ें

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    BLO के कार्य का निरीक्षण करते शहर विधायक संजीव शर्मा।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। रविवार को एसआइआर (विशेष मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम) में शत-प्रतिशत निर्वाचकों की गणना डिजिटलाइज करने के लिए रविवार को विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें बीएलओ अपने-अपने बूथों पर उपस्थित रहे। इस दौरान मतदाताओं में एसआइआर फार्म जमा कराने को लेकर उत्साह दिखाई दिया।

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    आगामी निर्वाचन प्रक्रियाओं को पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाने के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर प्रशासन ने मतदाता सत्यापन अभियान को तेज कर दिया है। रविवार को बूथों पर एसआइआर फार्म जमा कराने के लिए मतदाता काफी संख्या में पहुंचे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ भट्ट ने बताया कि डाटा डिजिटलाइज करने पर तेजी के साथ काम किया जा रहा है।

    उन्होंने बताया कि अभी तक 56 प्रतिशत से अधिक फार्म का कार्य डिजिटलीकरण हो चुका है। इसके अलावा 36 प्रतिशत मतदाताओं ने स्वयं अपनी जानकारी की पुष्टि की है। वहीं, 38 प्रतिशत का सत्यापन अभी लंबित है।

    शिफ्टेड और अनुपलब्ध मतदाता बने चुनौती

    एसआइआर रिपोर्ट के मुताबिक बड़ी संख्या में फार्म ऐसे हैं, जिन्हें अनकलेक्टेबल श्रेणी में रखा गया है। इनमें ऐसे मतदाता हैं जो उपलब्ध नहीं मिले हैं। इसके अलावा शिफ्टेड में स्थायी रूप से दूसरी जगह स्थानांतरित होने वाले मतदाता भी एसआइआर को प्रभावित कर रहे हैं।

    अधिकारियों के अनुसार, ऐसे फील्ड में उतरी बीएलओ की टीम को सबसे अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।

    चुनाव से पहले होगा पूरा अपडेट

    जिला प्रशासन के मुताबिक इस बार विशेष जोर मिसमैच डेटा, गलत पते और अनुपलब्ध मतदाताओं की पहचान पर है। अधिकारियों ने बताया कि टीमों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि मतदाता सूची का शत-प्रतिशत अपडेट चुनाव घोषणा से पहले पूरा कर लिया जाए।

    मतदाता सूची पूरी तरह सटीक और त्रुटिरहित प्रकाशित करना प्राथमिकता में शामिल है। डिजिटल प्लेटफार्म के उपयोग से प्रक्रिया पहले की तुलना में अधिक पारदर्शी हो गई है।