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    भीषण गर्मी में बिजली की मांग दोगुनी, खराब सिस्टम से ओवरलोड हुआ

    By Rahul Kumar Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Sun, 01 Jun 2025 08:33 PM (IST)

    साहिबाबाद में गर्मी बढ़ने से बिजली की मांग दोगुनी हो गई है जिससे विद्युत निगम का सिस्टम चरमरा गया है। परिणामस्वरूप शहर में लगातार बिजली कटौती हो रही ह ...और पढ़ें

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    साहिबाबाद में गर्मी बढ़ने से बिजली की मांग दोगुनी हो गई है। फाइल फोटो

    राहुल कुमार, साहिबाबाद। भीषण गर्मी में जिले में बिजली की मांग मार्च के मुकाबले दो गुनी पहुंच गई है। विद्युत निगम का कमजोर सिस्टम लोड नहीं झेल पा रहा है। इसके चलते रोजाना फाल्ट होने पर अंधाधुंध बिजली कटौती हो रही है।

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    लोग बिना बिजली के गर्मी में पसीना बहा रहे हैं। विद्युत व्यवस्था सुधारने के नाम पर करोड़ों खर्च करने के बाद भी पिछले साल से ज्यादा बिजली कटौती हो रही है। मार्च तक जिले में रोजाना 900 से 1000 मेगावाट बिजली की खपत हो रही थी।

    गर्मी बढ़ने के साथ ही मई के दूसरे सप्ताह तक यह 17 सौ मेगावाट पहुंच गई। अब बिजली की मांग रोजाना औसतन 1750 से 1800 मेगावाट के बीच बनी हुई है। बिजली की मांग बढ़ने से फाल्ट की समस्या बढ़ गई है। इसका मुख्य कारण फीडर व ट्रांसफार्मर ओवरलोड की समस्या है।

    ज्यादातर इलाकों में विद्युत निगम की ओर से लगाए गए उपकरण लोड नहीं झेल पा रहे हैं। पुराना इंफ्रास्ट्रक्चर है और वर्तमान में आबादी कई गुना बढ़ गई है। इसके चलते शहर में रोजाना चार से पांच घंटे बिजली कटौती होना आम बात है। कई बार फॉल्ट ठीक करने में 12 से 24 घंटे लग जाते हैं। जबकि बिजली निगम के अधिकारियों का दावा है कि फॉल्ट ठीक करने के लिए क्विक रिस्पांस टीमें गठित की गई हैं।

    रोजाना हो रहे 150 से 200 छोटे-बड़े फॉल्ट

    ओवरलोड की समस्या के चलते औसतन रोजाना 150 से 200 फॉल्ट हो रहे हैं। इनकी शिकायतें बिजली निगम के कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर 1912 पर रोजाना आ रही हैं। इसमें जंपर उड़ने, इंसुलेटर उड़ने, तारों में स्पार्किंग और आग लगने, ट्रांसफार्मर फुंकने समेत कई तरह के फॉल्ट शामिल हैं। ये सभी फॉल्ट ओवरलोड के कारण हो रहे हैं।

    बिजली निगम 23 घंटे 38 मिनट आपूर्ति का कर रहा दावा

    बिजली निगम के दावे में बिजली कटौती की कोई समस्या नहीं है। वह निर्धारित 24 घंटे में से 23 घंटे 38 मिनट आपूर्ति का दावा कर रहा है। इसकी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीबी) को भी भेजी जा रही है। अधिकारी खुद को बचाने के लिए फर्जी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।

    कुछ इलाकों में ओवरलोड की समस्या है, जिसका समाधान किया जा रहा है। रोस्टर के हिसाब से रोजाना बिजली आपूर्ति की जा रही है। फॉल्ट ठीक करने के लिए क्विक रिस्पांस टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं।

    -दीपक अग्रवाल, मुख्य अभियंता, विद्युत निगम जोन-3