पुलिसकर्मी नहीं जानते सीडब्ल्यूसी की फुल फार्म
जासं, गाजियाबाद : दिल्ली एनसीआर में बच्चों के खिलाफ बढ़ रहे अपराध को लेकर बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन ...और पढ़ें

जासं, गाजियाबाद : दिल्ली एनसीआर में बच्चों के खिलाफ बढ़ रहे अपराध को लेकर बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन में एक बैठक हुई। इसमें गाजियाबाद पुलिस के अलावा सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) और महिला सम्मान प्रकोष्ठ की टीम शामिल हुई। सीओ प्रथम मनीषा ¨सह की अध्यक्षता में हुई बैठक में अधिकारी हैरान रह गए, जब पुलिसकर्मी सीडब्ल्यूसी की फुल फार्म तक नहीं बता पाए। सीओ और समिति की टीम ने पुलिसकर्मियों को विभिन्न जानकारी देकर कहा कि बच्चों की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है, जिसके लिए सभी को एक साथ काम करना होगा।
पुलिस लाइन में हुई बैठक में किशोर न्याय अधिनियम-2015 और पोस्को अधिनियम-2012 के बारे में पुलिसकर्मियों को बताया गया। बाल मित्र पुलिस का हिस्सा बने पुलिसकर्मी भी बैठक में शामिल हुए थे। अधिकांश पुलिसकर्मियों को बाल सुरक्षा से जुड़ी प्राथमिक जानकारी भी नहीं थी। किसी भी बच्चे को बरामद कर उन्हें सीडब्ल्यूसी के सामने पेश करना होता है। मगर पुलिसकर्मी तो सीडब्ल्यूसी को ही नहीं जानते थे। समिति की वर्किंग और उनके कार्यालय तक के बारे में कई पुलिसकर्मी नहीं बता पाए। सीओ ने इस पर नाराजगी जताते हुए पुलिसकर्मियों को सभी तरह की जानकारी दी। सीओ ने बताया कि सिहानी गेट थाना में बाल मित्र थाने को प्रभावी किया जाएगा। दिसंबर से यह थाना काम करना शुरू कर देगा। सीडब्ल्यूसी की सदस्य शालिनी ¨सह, मधु, महर्षि अग्निहोत्री समेत कई लोग मौजूद रहे।

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