घर की छत व आंगन में अभ्यास में जुटे खिलाड़ी
खिलाड़ी अपने खेलों को बरकरार रखने के लिए घर की छत आंगन व कमरे में अभ्यास कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कोरोना संक्रमण काल से खेल परिसर व खेल गतिविधियों पर रोक थी। अभी स्पोर्ट्स स्टेडियम में विभागीय खेलों में तैराकी, बैडमिटन व एथलेटिक्स खिलाड़ियों को ही अभ्यास की अनुमति मिली है, बाकी के लिए स्टेडियम आने पर अभी पाबंदी है। खिलाड़ी अपने खेलों को बरकरार रखने के लिए घर की छत, आंगन व कमरे में अभ्यास कर रहे हैं।
खिलाड़ियों के लिए कोरोना काल बेहद चुनौती भरा रहा। खेल परिसर बंद रहे और अभ्यास के लिए साथी खिलाड़ियों के साथ अभ्यास के लिए जगह नहीं मिली। ताइक्वांडो के इंटरनेशनल जूनियर खिलाड़ी अतुल राघव ने खेल को बेहतर बनाने के लिए घर की छत पर तीन से चार घंटे निरंतर अभ्यास किया। बीच-बीच में इसके लिए उन्होंने अपने कोच संजीव चौरसिया से आनलाइन टिप्स भी लिए। जनवरी में जी-1 इंटरनेशनल फुजेराह दुबई में आयोजित ताइक्वांडो चैंपियनशिप में ब्रांज जीतने के बाद थाईलैंड में आयोजित होने वाले हीरोज इंटरनेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप के लिए तैयारी में जुटे कि बीच में कोरोना संकटकाल के चलते लाकडाउन ने सभी खेल गतिविधियां बंद हो गई। अतुल राघव कहते हैं कि खेल को बेहतर बनाने के लिए वह निरंतर अभ्यास कर रहे हैं। हालांकि, घर पर मैट न होने से फिसलने का खतरा बना रहता है। इसी तरह जूडो की जूनियर नेशनल मेडलिस्ट रिया कश्यप अपने भाई शिवम व हर्ष के साथ घर की छत पर कोच परवेज अली से आनलाइन गुर सीख रहे हैं। अन्य खेलों के खिलाड़ी भी खेल परिसर न खुलने से अपने खेलों को बरकरार रखने के लिए अभ्यास में जुटे हैं।