गाजियाबाद के MMG अस्पताल में वार्ड के सामने बेहोश होकर गिरा मरीज, इलाज के लिए मां लगाती रही गुहार
गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में एक मरीज वार्ड के बाहर बेहोश हो गया, जिससे उसकी मां मदद के लिए गुहार लगाती रही। वायु प्रदूषण के कारण सांस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अस्पताल की ओपीडी में बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे, जिनमें बच्चे भी शामिल थे। डॉक्टरों ने सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत इलाज कराने की सलाह दी है।
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जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी के बाहर हो रही मरीजों की भीड़। जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिला एमएमजी अस्पताल में सोमवार को उल्टी होने की शिकायत पर इमरजेंसी में पहुंचे 28 वर्षीय अंकुर को सर्जिकल वार्ड में शिफ़्ट कर दिया गया। 16 नंबर बेड पर पहुंचने के बाद मरीज को उल्टी होने लगी तो वह वार्ड से बाहर आ गया लेकिन मरीज बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। मरीज की मां सुमन घबरा गई और इलाज को गुहार लगाती रही।
मरीज के मुंह से झाग भी आने लगे। आसपास कोई स्वास्थ्यकर्मी नहीं दिखाई दिया। आवाज सुनकर भी कोई नहीं पहुंचा। अन्य मरीजों ने तुरंत इस मरीज को जमीन से उठाकर वार्ड में बेड पर लिटाया। इसके बाद पूरे वार्ड में मौजूद केवल एक स्वास्थ्यकर्मी बेड पर पहुंचा और मरीज का ब्लड प्रेशर चेक किया। स्वास्थ्यकर्मी की सूचना पर वार्ड में पहुंचे ईएमओ डॉ. डीके वर्मा ने जांच के बाद मरीज का इलाज शुरू कराया।
वायु प्रदूषण बढ़ने पर अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या रोज बढ़ रही है। सोमवार को जिला एमएमजी अस्पताल में 150 मरीजों की जांच के बाद 107 का चेस्ट एक्स-रे कराया गया। इनमें से सात को हायर सेंटर रेफर किया गया और 21 को भर्ती किया गया। ओपीडी में 96 बच्चों समेत बुखार के 495 मरीज पहुंचे। जिला एमएमजी अस्पताल, संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेड़ा अस्पताल की ओपीडी में कुल 3,926 मरीज पहुंचे। इनमें 1,811 महिला, 1,377 पुरूष और 700 बीमार बच्चे शामिल रहे।
डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि खांसी के साथ सांस लेने में परेशानी के सबसे अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। सोमवार को यह संख्या तीन सौ से अधिक रही। इनमें बच्चे, बुजुर्ग और युवा भी शामिल हैं। पल्मोनालाजिस्ट डा. आशीष अग्रवाल की परामर्श है कि सांस लेने में दिक्कत, घबराहट और चलने पर सांस फूलने लगे तो तुरंत चिकित्सक को दिखायें। गरम पानी से सुबह-शाम गरारे करने के साथ भाप लेना जरूरी है। ठंड़े पेय पदार्थ से बचें। गरम पानी के साथ चाय-काफी और सूप पी सकते हैं। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। सुबह-शाम टहलना बंद कर दें। योग भी घर में ही करें।
43 बच्चों समेत 386 ने लगवाई एंटी रेबीज वैक्सीन
सरकारी अस्पतालों में सोमवार को कुत्ते,बिल्ली और बंदरों के काटने पर कुल 386 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे। रिपोर्ट के अनुसार पहली डोज लगवाने वाले 43 बच्चों समेत 132 लोग शामिल रहे। जिला एमएमजी अस्पताल में 224 में से 22 बच्चों समेत 83 लोगों ने पहली डोज लगवाई। संयुक्त अस्पताल में 162 में से 21 बच्चों समेत 49 लोगों को पहली डोज लगाई गई। दोनों अस्पतालों में 29 बुजुर्गों ने भी कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई।
दिव्यांगजन बोर्ड में पहुंचे 45 आवेदक
सोमवार को जिला दिव्यांगजन बोर्ड में दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने को 45 आवेदक पहुंचे। बोर्ड के नोडल डा. अनवर अंसारी ने बताया कि जांच के बाद 43 दिव्यांगजन को प्रमाण पत्र जारी कर दिये गये। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि बोर्ड में पहुंचने वाले आवदेकों को अब कोई परेशानी नहीं होगी। इंटनेट नेटवर्क को ठीक करवाया जा रहा है।
आरोग्य मेले का निरीक्षण करेंगे अधिकारी
जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक रविवार को आयोजित होने वाले आरोग्य मेले का अब जिले स्तर के अधिकारी निरीक्षण करेंगे। इस संबंध में सीएमओ ने आदेश जारी कर दिया है। एक अधिकारी को कम से कम तीन केंद्रों पर आयोजित मेले का निरीक्षण करना होगा।

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