21 नहीं अब पुलिस को सिर्फ 15 दिन में ही देनी होगी वेरिफिकेशन रिपोर्ट
विवेक त्यागी गाजियाबाद पासपोर्ट आवेदकों के लिए खुशखबरी। विदेश मंत्रालय ने पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट देने की समय सीमा घटा दी है। पासपोर्ट आवेदकों की वे ...और पढ़ें

विवेक त्यागी, गाजियाबाद : पासपोर्ट आवेदकों के लिए खुशखबरी। विदेश मंत्रालय ने पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट देने की समय सीमा घटा दी है। पासपोर्ट आवेदकों की वेरिफिकेशन रिपोर्ट अब पुलिस को 21 दिन की बजाय 15 दिन में देनी होगी। गाजियाबाद क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले 13 जनपदों के प्रत्येक थाने में टैब दिया गया है। पुलिसकर्मी टैब पर मोबाइल एप से रिपोर्ट दे रहे हैं। 21 दिन की बजाय 15 दिन में पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट मिलने से आवेदकों को पासपोर्ट पहले के मुकाबले कम समय में मिल सकेगा। मालूम हो कि 15 दिन में वेरिफिकेशन रिपोर्ट देने पर विदेश मंत्रालय प्रत्येक रिपोर्ट के एवज में यूपी सरकार को 150 रुपये देता है, जबकि 15 दिन से ज्यादा समय में रिपोर्ट देने पर यह रकम नहीं दी जाती है।
पहले यह थी व्यवस्था : पासपोर्ट बनवाने के जो आवेदक आनलाइन अप्वाइंटमेंट बुक कर पासपोर्ट सेवा केंद्र में आते थे, उनकी बायोमीट्रिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद पासपोर्ट कार्यालय संबंधित जिले के पुलिस मुख्यालय को वेरिफिकेशन के लिए आनलाइन रिपोर्ट भेजता था। इसके बाद स्थानीय थाने की पुलिस वेरिफिकेशन करने के बाद व्यक्तिगत रूप से रिपोर्ट जिला पुलिस मुख्यालय भेजती थी और फिर जिला पुलिस मुख्यालय से पुलिसकर्मी व्यक्तिगत रूप से वेरिफिकेशन रिपोर्ट लेकर पासपोर्ट कार्यालय में जमा करता था। इस प्रक्रिया में आमतौर पर पूर्व में प्रत्येक जिले की पुलिस 25-30 दिन का समय लगाती थी। पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट की देरी से आवेदकों को पासपोर्ट मिलने में समस्या आती थी।
नई व्यवस्था से जल्द मिलेगा पासपोर्ट: पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट में लेटलतीफी पासपोर्ट आवेदकों के लिए बड़ी समस्या थी। पासपोर्ट आवेदकों की सहूलियत के लिए विदेश मंत्रालय के निर्देशानुसार मोबाइल एप से वेरिफिकेशन रिपोर्ट भेजने की व्यवस्था लागू कराई गई है। नई व्यवस्था के तहत पासपोर्ट कार्यालय से आनलाइन वेरिफिकेशन के लिए आवेदन सीधे संबंधित थाने की पुलिस के पास जा रहे हैं। टैब में एप खोलकर पुलिसकर्मी आनलाइन ही वेरिफिकेशन रिपोर्ट दे रहे हैं। टैब में जीपीएस भी लगा है। पुलिसकर्मी को आवेदकों की फोटो खींचकर मोबाइल एप पर अपलोड करनी पड़ती है। इसके चलते आवेदक की फोटो के साथ लोकेशन भी मिल रही है। मोबाइल एप से वेरिफिकेशन रिपोर्ट मिलने के चलते फर्जीवाड़े की आशंका भी समाप्त हो गई है।
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ये 13 जिले आते हैं क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में : आगरा, अलीगढ़, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, हाथरस, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली।
वर्जन.. सभी 13 जिलों से मोबाइल एप से पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट मिल रही है। 21 दिन की बजाय 15 दिन में पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट मिलने से लोगों को जल्द पासपोर्ट मिल सकेगा।
- सुब्रतो हाजरा, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, गाजियाबाद।

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